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इजरायली हमले पर PM ने दी पलटवार की चेतावनी, ईरान-पाकिस्तान आए साथ

Israel Attack Qatar: दोहा में मंगलवार को हुए मिसाइल हमले के बाद कतर हिल गया है. कतर ने इजरायल को कड़ी चेतावनी दी है. कतर के प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री शेख मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान अल-थानी ने इस हमले को ‘संप्रभुता का स्पष्ट उल्लंघन’ और ‘क्षेत्र को अस्थिर करने की कोशिश’ बताया. कतरी अधिकारियों के मुताबिक, इजरायल का निशाना हमास प्रतिनिधिमंडल था, जो दोहा में संघर्षविराम वार्ता के लिए मौजूद था. अल-थानी ने इसे एक ‘आतंकी हमला’ करार देते हुए कहा कि इसका उद्देश्य शांति प्रक्रिया को पटरी से उतारना और पूरे इलाके में अराजकता फैलाना था. टीवी पर जारी बयान में अल-थानी ने साफ कहा- ‘कतर अपनी संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के किसी भी उल्लंघन को बर्दाश्त नहीं करेगा और जरूरत पड़ने पर उचित जवाब देने का अधिकार रखता है.’ उन्होंने यह भी बताया कि सरकार ने एक कानूनी टीम गठित की है, जो अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत सभी विकल्पों की समीक्षा करेगी. हमले में कई लोगों की मौत और घायल होने की पुष्टि हुई है. प्रधानमंत्री ने कतरी सुरक्षा बलों की तत्परता की सराहना करते हुए कहा कि ‘सुरक्षा बलों ने तुरंत प्रतिक्रिया दी और हालात को काबू में लिया.’

इजरायल हमास लाइव अपडेट्स

  • अमेरिका ने 10 मिनट पहले दी थी चेतावनी: हमले में कई लोगों की मौत और घायल होने की पुष्टि हुई है. प्रधानमंत्री ने कतरी सुरक्षा बलों की तत्परता की सराहना करते हुए कहा कि ‘सुरक्षा बलों ने तुरंत प्रतिक्रिया दी और हालात को काबू में लिया.’ इस बीच, अमेरिका की ओर से दावा किया गया कि कतर को पहले ही चेतावनी दी गई थी. मगर अल-थानी ने इसे खारिज करते हुए कहा कि ‘अमेरिकी संदेश और हमले के बीच कम से कम 10 मिनट का अंतर था. जब तक संदेश हमारे अधिकारियों तक पहुंचा, तब तक धमाके शुरू हो चुके थे.’
  • कतर का क्या रहा रिएक्शन: प्रधानमंत्री अल-थानी ने सीधे इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू पर आरोप लगाते हुए कहा- ‘यह हमला इस बात का संकेत है कि क्षेत्र में एक ऐसा ताकतवर खिलाड़ी मौजूद है जो अराजकता फैला रहा है. नेतन्याहू पूरे क्षेत्र को अपूरणीय टकराव की ओर धकेल रहे हैं.’ उन्होंने इसे अंतरराष्ट्रीय कानून और नैतिक मूल्यों दोनों के खिलाफ बताते हुए ‘विश्वासघात’ कहा और ज़ोर दिया कि क़तर अब भी शांति स्थापित करने की प्रक्रिया में जुटा रहेगा, खासकर जब यह भूमिका अमेरिका की मांग पर निभाई जा रही है. इधर, रिपोर्ट्स के अनुसार अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हमले के बाद कतर के अमीर से बात की. ट्रंप ने हमले की निंदा करते हुए दोहा के प्रति एकजुटता जताई और कतर से आग्रह किया कि वह गाजा में संघर्षविराम कराने की अपनी भूमिका जारी रखे.
  • पाकिस्तान-ईरान आए साथ: हमले पर अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रियाएं भी सामने आईं. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल-थानी से फोन पर बातचीत कर इजरायल के हमले की कड़ी निंदा की. उन्होंने इसे कतर की संप्रभुता और अंतरराष्ट्रीय कानून का खुला उल्लंघन बताते हुए कहा कि ‘पाकिस्तान इस कठिन घड़ी में कतर के साथ मजबूती से खड़ा है और उम्मा की एकजुटता की अपील करता है.’ वहीं, ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेश्कियन ने कहा कि ‘क्षेत्र में स्थायी शांति तभी संभव है जब जायोनी इकाई के कब्जे और हमलों का अंत हो.’ उन्होंने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से तुरंत कार्रवाई की मांग करते हुए कतर की संप्रभुता के उल्लंघन को वैश्विक चिंता का विषय बताया.

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