बांदा। ए एस नोमानी ने उत्तर प्रदेश सरकार को पत्र लिखकर कहा है कि बाढ़ से हुए नुकसान की भरपाई के लिए आर्थिक सहायता तत्काल किया जाए,क्योंकि बाढ़ एक विनाशकारी प्राकृतिक आपदा है,जो अक्सर जान-माल, फसलों और बुनियादी ढांचे को भारी नुकसान पहुंचाती है,बाढ़ पीड़ितों को तत्काल राहत और दीर्घकालिक पुनर्वास की आवश्यकता होती है, इसलिए बाढ़ से प्रभावित लोगों को उनके नुकसान की भरपाई के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करना शासन व प्रशासन की जिम्मेदारी है, क्योंकि इसमें घरों, फसलों, मवेशियों और अन्य संपत्तियों को हुए नुकसान की तत्काल भरपाई किया जाना जनहित में अति आवश्यक हैं। आगे ए एस नोमानी ने केंद्र सरकार व उत्तर प्रदेश सरकार से यह भी कहा है कि बाढ़ पीड़ितों को भोजन,पानी,आश्रय,चिकित्सा सहायता और अन्य आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति तत्काल की जाए,बाढ़ पीड़ितों को उनके घरों और आजीविका को फिर से बनाने में सरकार को तत्काल मदद करनी चाहिए, बाढ़ से प्रभावित किसानों को उनकी फसलों और मवेशियों के नुकसान के लिए भी तत्काल मुआवजा मिलना चाहिए, बाढ़ से प्रभावित घरों और अन्य संपत्तियों के मालिकों को उनके नुकसान की भरपाई के लिए मुआवजा मिलना चाहिए, बाढ़ के बाद, स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करना शासन और प्रशासन के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि बाढ़ से बीमारियां फैलने का खतरा होता है। एस नोमानी ने यह भी कहा कि बाढ़ पीड़ितों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया जाना जनहित में अति आवश्यक है,और उन्हें भोजन, पानी,और अन्य आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति की जानी चाहिए। ताकि भूख से किसी की मौत ना हो सके, उत्तर प्रदेश सरकार को तत्काल चाहिए कि बाढ़ से प्रभावित किसानों को करोड़ों रुपये का मुआवजा जारी किया जाए, ताकि बाढ़ से प्रभावित लोगों को किसी भी मुसीबत का सामना न करना पड़े तो जनहित में बेहतर होगा