– नेशनल साइबर सिक्योरिटी अवेयरनेस माह के तहत हुई जागरूकता कार्यशाला
– बिंदकी कोतवाली में आयोजित कार्यशाला को संबोधित करते साइबर थाना स्टाफ।
फतेहपुर। नेशनल साइबर सिक्योरिटी अवेयरनेस माह के अंतर्गत मंगलवार को बिन्दकी कोतवाली परिसर में जनजागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें एक्सपर्ट ने बताया कि अजनबी की फ्रेंड रिक्वेस्ट व वीडियो काल को कभी स्वीकार न करें। ऐसा करने से आप उनके जाल में फंस सकते हैं। इसके अलावा अन्य पहलुओं पर भी सभी को जागरूक किया गया। एसपी अनूप कुमार सिंह के निर्देशन व अपर पुलिस अधीक्षक महेंद्र पाल सिंह के मार्गदर्शन एवं क्षेत्राधिकारी अपराध दुर्गेशदीप के नेतृत्व में साइबर क्राइम थाने के उप निरीक्षक रणधीर सिंह, हेड कांस्टेबल अखिलेश उपाध्याय, कांस्टेबल शुभेंदु, अजय के अलावा बिंदकी कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक लान सिंह ने जनजागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया। कार्यक्रम में साइबर क्राइम थाना ने क्षेत्र के ग्राम प्रधान, पत्रकार व थाना के समस्त पुलिस कर्मी को साइबर अपराध से संबंधित बचाव हेतु विस्तृत जानकारी प्रदान की। कार्यशाला के दौरान भारत सरकार गृह मंत्रालय द्वारा संचालित साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 एवं पोर्टल के उपयोग के संबंध में विस्तारपूर्वक जानकारी दी। बताया गया कि साइबर ठगी का शिकार होने पर तुरंत उक्त नंबर या पोर्टल पर शिकायत दर्ज कर अपराध को रोका जा सकता है। इसके अलावा बैंकिंग फ्रॉड, क्यूआर कोड स्कैन कर ठगी, व्हाट्सएप हैकिंग, ओएलएक्स व केवाईसी आधारित ठगी, फर्जी ऐप्स, ऑनलाइन लोन स्कैम, हनी ट्रैपिंग, एटीएम व इंटरनेट मीडिया से जुड़ी ठगी, निवेश व गेमिंग ऐप के जरिए धोखाधड़ी व अन्य कंप्यूटर से संबंधित धोखाधड़ी, सेक्सटॉर्शन व न्यूड कॉल ब्लैकमेलिंग के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी। सेक्सटॉर्शन जैसे मामलों में विशेष सावधानी की सलाह देते हुए बताया कि साइबर अपराधियों द्वारा फर्जी महिला प्रोफाइल बनाकर सोशल मीडिया (विशेषतः फेसबुक) पर फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी जाती है। बाद में व्हाट्सएप नंबर लेकर वीडियो कॉल के माध्यम से अश्लील वीडियो दिखाया जाता है और फिर स्क्रीन रिकॉर्डिंग के माध्यम से ब्लैकमेल कर धन की मांग की जाती है। ऐसे में जनसामान्य को सलाह दी कि किसी भी अजनबी की फ्रेंड रिक्वेस्ट स्वीकार न करें। अनजान नंबर से आने वाली वीडियो कॉल न उठाएं। यदि कॉल उठानी हो तो कैमरे पर अंगूठा या कवर रखें। किसी भी प्रकार की ठगी की स्थिति में तुरंत 1930 पर कॉल करें या पोर्टल पर शिकायत दर्ज करें।
