12 घंटे में ‘अज्जू’ हत्याकांड का खुलासा, तीन आरोपी गिरफ्तार
लखनऊ। राजधानी के मोहनलालगंज क्षेत्र में सनसनी फैला देने वाले अलमास सिद्दीकी उर्फ अज्जू हत्याकांड की गुत्थी को पुलिस ने महज 12 घंटे के भीतर सुलझा लिया। सोमवार शाम से लापता अज्जू का शव मंगलवार को मऊ नहर में मिलने से पूरे इलाके में हड़कंप मच गया था। हत्यारों ने बेरहमी की सारी हदें पार करते हुए उसके सिर व चेहरे पर भारी प्रहार कर निर्मम हत्या की थी।
एकतरफा प्रेम बना हत्या की वजह
पुलिस जांच में सामने आया कि यह नृशंस हत्या एकतरफा प्रेम-प्रसंग से उपजी रंजिश का परिणाम थी। इसी रंजिश के चलते आरोपियों ने पूर्व नियोजित तरीके से अज्जू को रास्ते से हटाने की साजिश रची। लकड़ी के भारी डंडों से ताबड़तोड़ हमला कर उसकी मौके पर ही हत्या कर दी गई और साक्ष्य छिपाने के उद्देश्य से शव को नहर में फेंक दिया गया।
100 से अधिक CCTV कैमरों से खुला राज
घटना की गंभीरता को देखते हुए एडीसीपी, एसीपी और इंस्पेक्टर के नेतृत्व में विशेष पुलिस टीम गठित की गई। टीम ने घटनास्थल और आसपास के मार्गों पर लगे 100 से अधिक सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली। डिजिटल साक्ष्य, तकनीकी सर्विलांस और मुखबिरों की सूचना के आधार पर पुलिस ने कड़ियां जोड़ते हुए तीनों हत्यारोपियों तक पहुंच बनाई।
तीन अभियुक्त गिरफ्तार, अहम बरामदगी
गिरफ्तार अभियुक्तों की पहचान—
रमजान पुत्र इस्माइल
अरमान पुत्र इस्माइल
सूरज पुत्र पूर्णमासी
के रूप में हुई है। आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस ने:
हत्या में प्रयुक्त लकड़ी का डंडा,
मृतक का मोबाइल फोन,
और वारदात में इस्तेमाल की गई मोटरसाइकिल
बरामद कर ली है।
पुलिस की तत्परता की सराहना
पुलिस उपायुक्त (DCP) ने बताया कि आरोपियों ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया है और उन्हें न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया है। महज 12 घंटे में अंधे कत्ल का खुलासा होने से स्थानीय नागरिकों ने मोहनलालगंज पुलिस की कार्यशैली की सराहना की है। इस कार्रवाई ने अपराधियों को स्पष्ट संदेश दिया है कि कानून से बचना अब नामुमकिन है।
News Wani
