उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले में भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) महात्मा टिकैत गुट के किसानों ने मंगलवार को मुख्यमंत्री के नाम 10 सूत्रीय ज्ञापन भेजा। जिलाध्यक्ष मधुसूदन तिवारी के नेतृत्व में किसान कलेक्ट्रेट परिसर पहुंचे और एसडीएम के माध्यम से यह ज्ञापन सौंपा। किसानों ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगें पूरी नहीं हुईं तो वे रेलवे का चक्का जाम करेंगे।
जिलाध्यक्ष मधुसूदन तिवारी ने बताया कि इससे पहले 6 अक्टूबर को लखनऊ में किसानों की 16 मांगों को लेकर एसीपी कैंट के माध्यम से एक ज्ञापन दिया गया था। हालांकि, मुख्य सचिव ने उस मांग पत्र के निस्तारण की कोई सूचना राष्ट्रीय अध्यक्ष को नहीं दी।मंगलवार को भेजे गए ज्ञापन में प्रमुख मांगों में गन्ना मूल्य 550 रुपये प्रति क्विंटल करने की मांग शामिल है।
अधिकारी द्वारा कार्रवाई न होने की बात कही
किसानों ने यह भी कहा कि उनके ट्यूबवेल का बिजली बिल मोबाइल पर मैसेज के जरिए आ रहा है, जबकि 2024 में बिजली बिल माफ करने का आदेश जारी हुआ था। उन्होंने मांग की कि इस आदेश का जियो (सरकारी आदेश) जिले में भेजा जाए और घरेलू बिजली बिल माफ करते हुए 400 यूनिट बिजली मुफ्त की जाए।
अन्य मांगों में गोवंश और बंदरों से फसलों को हो रहे नुकसान से निजात दिलाना, पतला धान 1800 रुपये और मोटा धान 1500 रुपये प्रति क्विंटल पर खरीदना शामिल है। किसानों ने क्रय केंद्रों पर तौल के नाम पर 25 रुपये पल्लेदारी, दो किलो कटौती और दो प्रतिशत टीडीएस लेने का आरोप लगाया, जिस पर किसी अधिकारी द्वारा कार्रवाई न होने की बात कही।
इसके अतिरिक्त, सभी नहरों में हेड से टेल तक पानी उपलब्ध कराने की मांग भी की गई है। भाकियू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ज्ञान सिंह गौर ने स्पष्ट किया कि यदि किसानों की समस्याओं का समाधान नहीं किया गया, तो किसान रेलवे का चक्का जाम करने के लिए मजबूर होंगे।
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