चैंपियन की वापसी! नीरज ने मारा निर्णायक वार, फिर बने हीरो

 

ओलंपिक में दो बार के पदक विजेता भारतीय भाला फेंक सुपरस्टार नीरज चोपड़ा ने यहां 90 मीटर की दूरी पार किए बिना ही जर्मनी के अपने कड़े प्रतिद्वंद्वी जूलियन वेबर को हराकर दो साल में अपना पहला डायमंड लीग खिताब जीता. शुक्रवार देर रात संपन्न प्रतियोगिता में 27 वर्षीय चोपड़ा ने अपने पहले प्रयास में 88.16 मीटर की दूरी तय करके खिताब जीता. इस प्रतियोगिता में कई स्टार खिलाड़ियों ने भाग लिया था जिसने पांच ऐसे खिलाड़ी शामिल हैं जो 90 मीटर की दूरी तय कर चुके हैं. चोपड़ा का दूसरा थ्रो 85.10 मीटर का था और इसके बाद उन्होंने अपने अगले तीन प्रयासों में फाउल किया. उन्होंने अपने छठे और अंतिम प्रयास में 82.89 मीटर का थ्रो किया.

वेबर 87.88 मीटर के अपने शुरुआती प्रयास के साथ दूसरे स्थान पर रहे. ब्राजील के लुईज मौरिसियो दा सिल्वा ने 86.62 मीटर के अपने तीसरे प्रयास के साथ तीसरा स्थान हासिल किया. लगातार दो ओलंपिक में स्वर्ण और रजत पदक जीतने वाले चोपड़ा ने बाद में प्रसारणकर्ता से कहा, ‘मैं अपने थ्रो से खुश हूं. आज मेरा रन अप बहुत तेज था. मैं अपनी गति पर नियंत्रण नहीं रख सकता, लेकिन मैं परिणाम और पहले स्थान पर रहकर खुश हूं.’ चोपड़ा ने डायमंड लीग में अपना आखिरी खिताब जून 2023 में लुसाने में 87.66 मीटर के थ्रो के साथ जीता था. उसके बाद वह डायमंड लीग की छह प्रतियोगिताओं में दूसरे स्थान पर रहे थे.

हरियाणा के इस स्टार खिलाड़ी ने डायमंड लीग के पेरिस चरण में पहली बार जीत हासिल की. उन्होंने आखिरी बार 2017 में जूनियर विश्व चैंपियन के रूप में पेरिस डायमंड लीग में भाग लिया था और 84.67 मीटर के थ्रो के साथ पांचवें स्थान पर रहे थे. चोपड़ा ने अपने आगामी कार्यक्रम के बारे में कहा, ‘मैं चार दिन बाद 24 जून को ओस्ट्रावा (गोल्डन स्पाइक एथलेटिक मीट) में भाग लूंगा. इसलिए मुझे रिकवरी की जरूरत है.’ चोपड़ा को आगे जिन प्रतियोगिताओं में भाग लेना है उनमें पांच जुलाई को बेंगलुरू में होने वाली पहली नीरज चोपड़ा क्लासिक भी शामिल है जिसके वह स्वयं मेजबान हैं. विश्व एथलेटिक्स ने इसे ए श्रेणी की प्रतियोगिता का दर्जा दिया है.

चोपड़ा ने 16 मई को डायमंड लीग के दोहा चरण में 90.23 मीटर की दूरी तय करके दूसरा स्थान हासिल किया था. वेबर ने दोहा में 91.06 मीटर की दूरी तय करके खिताब जीता था. उन्होंने कहा, ‘मैं 90 मीटर तक थ्रो करने की उम्मीद कर रहा हूं, क्योंकि मैंने दोहा में उस बाधा को पार कर लिया था. इसलिए अब मुझे विश्वास है कि मैं आगे भी ऐसा कर सकता हूं लेकिन यह मौसम और परिस्थितियों पर भी निर्भर करता है. हो सकता है कि मैं इस सत्र में फिर से यह दूरी पार करने में सफल रहूं.’

जर्मनी के 31 वर्षीय वेबर ने 23 मई को पोलैंड में जानूस कुसोसिन्स्की मेमोरियल मीट में भी चोपड़ा को हराया था. वेबर ने तब 86.12 मीटर की दूरी तय करके पहला स्थान हासिल किया था जबकि चोपड़ा 84.14 मीटर के साथ दूसरे स्थान पर रहे थे. भारतीय खिलाड़ी ने 2025 सत्र की शुरुआत दक्षिण अफ्रीका के पोटचेफस्ट्रूम में एक आमंत्रण प्रतियोगिता में खिताब जीतकर की थी. यह एक मामूली स्तर (श्रेणी एफ) की प्रतियोगिता थी, जिसमें उन्होंने 84.52 मीटर का थ्रो फेंका था.

पेरिस डायमंड लीग में भाग लेने वाले खिलाड़ियों में चोपड़ा और वेबर के अलावा जिन तीन अन्य खिलाड़ियों ने पहले 90 मीटर का आंकड़ा छुआ था उनमें कीनिया के 2015 विश्व चैंपियन जूलियस येगो, त्रिनिदाद और टोबैगो के 2012 के ओलंपिक स्वर्ण विजेता केशोर्न वाल्कोट और ग्रेनेडा के एंडरसन पीटर्स शामिल थे. वाल्कोट (81.66 मीटर) चौथे स्थान पर रहे, जबकि पीटर्स (80.29 मीटर) और येगो (80.26 मीटर) ने क्रमश: पांचवां और छठा स्थान हासिल किया.

 

About NW-Editor

Check Also

ECB और BCCI के बीच हुई बैठक: ECB और IPL का बड़ा फैसला

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) और इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ECB) सऊदी अरब की …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *