– निजीकरण के विरोध में प्रदर्शन करते विद्युत कर्मी।
फतेहपुर। बिजली के निजीकरण के विरोध में विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति का धरना प्रदर्शन जारी है। ट्रांजैक्शन कंसलटेंट की बीड डालने वाली कंपनियां कॉन्फ्लिक्ट ऑफ इंटरेस्ट के दायरे में हैं। संघर्ष समिति ने निजीकरण में बड़े भ्रष्टाचार का आरोप लगाया।
विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के आह्वान पर लगातार 110 वें दिन जिले में बिजली कर्मचारियों ने विरोध सभा जारी रखी। संघर्ष समिति ने आरोप लगाया कि कनफ्लिक्ट आफ इंटरेस्ट (हितों के टकराव) के प्राविधान को हटाकर निजीकरण हेतु ट्रांजैक्शन कंसलटेंट की बिडिंग कराई गई है। ध्यान रहे कि ट्रांजैक्शन कंसल्टेंट की नियुक्ति के आरएफपी डॉक्यूमेंट में पहले हितों के टकराव का प्राविधान था। यदि यह पहले था तो इसे क्यों हटाया गया है? इसके पीछे साफ तौर पर भ्रष्टाचार का संकेत मिल रहा है। इस मौके पर सुरेश मौर्य, लक्ष्मी नारायण साहू, सुदर्शन, गुलशन कुशवाहा, अतुल सिंह, लवकुश कुमार, अजय शुक्ला, विकास प्रजापति, जयप्रकाश, दीपक सिंह भी मौजूद रहे।
