बांदा। जिलाधिकारी ने जिले के महुआ ब्लाक की ग्राम पंचायत मसुरी में भ्रष्टाचार की जांच में हुई गड़बड़ी के बहुचर्चित मामले में सख्त रुख अख्तियार करते हुए जिला पंचायत राज अधिकारी से अर्जेंट रिपोर्ट तलब की है। गौरतलब है कि पांच माह पहले पूर्व जिलाधिकारी के आदेश पर जांच के नाम से उप निदेशक कृषि व सहायक अभियंता लघु सिंचाई ने ग्राम प्रधान और पंचायत सचिव से मिलीभगत करके न केवल जांच में गड़बड़ी की बल्कि पन्द्रह दिनों में आख्या देने के आदेश को दरकिनार करके अभी तक विलम्बित रखा। उल्लेखनीय है कि ग्राम पंचायत मसुरी के शिकायतकर्ता पंचायत सदस्य देवकुमार, मैथिलीशरण दिनेश कुमार आदि ग्रामीणों द्वारा आज जिलाधिकारी को पूरे प्रकरण से अवगत कराया गया कि वर्ष 2021 से 2025 में विकास कार्यों, निर्माण कार्यों और अन्य सरकारी योजनाओं में ग्राम प्रधान प्रेमा वर्मा व पंचायत सचिव रश्मि मिश्रा ने मिलीभगत करके घोर धांधली की है। इस बीच पीड़ित ग्रामवासियों ने अनेक प्रार्थना पत्र सक्षम अधिकारियों को दिए किन्तु कोई नतीजा नहीं निकलने पर धरना प्रदर्शन आन्दोलन करने की चेतावनी भी दी। ग्रामीणों का यह भी आरोप है कि जिला प्रशासन के आदेशों को दरकिनार करके कथित भ्रष्ट दोषी प्रधान व सचिव को बचाने के कारनामे में एम आई की अहम भूमिका है!