उत्तर प्रदेश के मेरठ शहर में नौचंदी थाना क्षेत्र के सम्राट हेवन्स के सामने स्थित एक कथित कंप्यूटर सेंटर पर पुलिस ने छापा मारकर सेक्स रैकेट का भंडाफोड़ कर दिया। गुप्त सूचना के आधार पर सिविल लाइन सीओ अभिषेक तिवारी के नेतृत्व में नौचंदी, मेडिकल और सिविल लाइन थानों की संयुक्त टीम ने कार्रवाई की। छापेमारी में 9 युवतियां, एक रिसेप्शनिस्ट, मुख्य संचालक राजवीर और तीन अन्य पुरुषों को रंगे हाथों पकड़ा गया। सभी को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
कंप्यूटर सेंटर की आड़ में अवैध धंधा: पुलिस को मुखबिर से जानकारी मिली थी कि यह कंप्यूटर सेंटर पढ़ाई के बहाने लड़कियों को बुलाकर जॉब का लालच देकर सेक्स रैकेट चला रहा है। गढ़ रोड पर स्थित इस कॉम्प्लेक्स में दूर-दूर से युवतियों को लाकर अय्याशी की जाती थी। छापे के दौरान सेंटर में स्पा सेंटर जैसी व्यवस्था मिली, जहां अवैध गतिविधियां हो रही थीं। जैसे ही पुलिस अंदर घुसी, मौजूद युवक-युवतियां भागने लगे, लेकिन सभी को काबू कर लिया गया।
सीओ अभिषेक तिवारी ने बताया, लंबे समय से शिकायतें मिल रही थीं कि यहां कंप्यूटर क्लासेस की आड़ में जिस्मफरोशी का धंधा चल रहा है। सूचना की पुष्टि के बाद छापेमारी की गई, और मौके पर सब कुछ सही पाया गया। उन्होंने कहा कि छापे में एक रिसेप्शनिस्ट और 8-9 युवतियां पाई गईं, जबकि चार पुरुषों को ग्राहक या संचालक के रूप में पकड़ा गया। मुख्य आरोपी राजवीर सेंटर का संचालक है।
पुलिस की सतर्कता और आगे की कार्रवाई: कार्रवाई के दौरान सेंटर से संदिग्ध सामग्री बरामद की गई, और सभी को थाने ले जाया गया। पुलिस ने कहा कि पूछताछ से और सहयोगियों का पता लगाया जाएगा। यह रैकेट जॉब और पढ़ाई के नाम पर युवतियों को फंसाने का काम कर रहा था, जो समाज के लिए खतरा था। एंटी-ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट की मदद से जांच जारी है।
स्थानीय प्रभाव और चेतावनी: यह घटना मेरठ में अवैध धंधों के खिलाफ पुलिस की मुहिम को मजबूत करती है। स्थानीय लोगों ने पुलिस की सराहना की, लेकिन चिंता जताई कि ऐसे सेंटर युवाओं को भटकाने का माध्यम बन रहे हैं। अधिकारियों ने अभिभावकों को सतर्क रहने की सलाह दी।