– कापिल मोड़ के समीप से पुलिस ने पकड़ा, आलाकत्ल डण्डा भी बरामद
– हत्याकांड में फरार होने पर एसपी ने घोषित किया था ईनाम
– पत्रकारों से बातचीत करते एसपी अनूप कुमार सिंह।
फतेहपुर। जहानाबाद थाना क्षेत्र के बिरनई गांव में सीसीटीवी कैमरा हटाए जाने के विवाद में कालीशंकर उत्तम की डण्डे से प्रहार कर हत्या किए जाने के मामले में आरोपी के फरार होने पर पुलिस अधीक्षक से पच्चीस हजार का ईनाम घोषित किया था। पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर हत्याभियुक्त को कापिल मोड़ के समीप से गिरफ्तार कर लिया। उसकी निशांदेही पर आलाकत्ल डण्डा भी बरामद कर लिया है। पुलिस लाइन के सभागार में पत्रकारों से बातचीत करते हुए बताया कि 25/26 जून को बिरनई गांव निवासी कालीशंकर उत्तम पुत्र स्व0 रामनरायन 62 वर्ष घर के सामने चारपाई पर बैठे थे। तभी अंशू अवस्थी अपने हाथ में डण्डा लेकर रात्रि लगभग साढ़े बारह बजे गाली-गलौज करते हुए आया और जान से मारने की नियत से डण्डे से कालीशंकर के सिर पर प्रहार कर दिया। जिससे गंभीर चोट आई और इलाज के दौरान कालीशंकर की मौत हो गई। छानबीन में घटना का कारण मृतक कालीशंकर द्वारा अपने घर के बाहर सीसीटीवी कैमरा लगवाया गया था। कैमरे की दिशा अभियुक्त अंशु उर्फ अभिषेक अवस्थी के घर की तरफ थी। अभियुक्त शराब के नशे में धुत होकर कालीशंकर से सीसीटीवी कैमरा हटाने को लेकर विवाद करने लगाथा। तभी यह घटना घटित हुई। एसपी ने बताया कि घटना के बाद से ही अभियुक्त अंशू अवस्थी फरार चल रहा है। उसकी गिरफ्तारी सुनिश्चित करने के लिए पच्चीस हजार रूपए का ईनाम भी घोषित किया गया था। एसपी ने बताया कि जहानाबाद थाना पुलिस, एसओजी व सर्विलांस की संयुक्त टीम ने मुखबिर की सूचना पर रविवार को हत्याभियुक्त अंशू अवस्थी पुत्र स्व0 प्रशांत अवस्थी उर्फ कन्हैया अवस्थी निवासी ग्राम फरहतदपुर बिरनई को कापिल मोड़ के समीप से गिरफ्तार कर लिया। उसके खिलाफ सुसंगत धाराओं में कार्रवाई कर न्यायालय भेज दिया। एसपी ने बताया कि पकड़े गए अभियुक्त पर पूर्व से ही पांच मुकदमे पंजीकृत हैं। गिरफ्तारी करने वाली पुलिस टीम में जहानाबाद थाने के उपनिरीक्षक सतपाल सिंह, वरिष्ठ उपनिरीक्षक रविन्द्र कुमार, उपनिरीक्षक मनोज कुमार यादव, कांस्टेबल अश्वनी यादव, सुनील राव साहब, एसओजी प्रभारी निरीक्षक विनोद कुमार यादव, हेड कांस्टेबल शैलेन्द्र कुशवाहा, विपिन मिश्रा के अलावा सर्विलांस टीम हेड कांस्टेबल रविन्द्र सिंह, कांस्टेबल सनद पटेल, अंकुश बाबू भी शामिल रहे।
