लखीमपुर खीरी में एक प्रेमी युगल ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। दोनों का शव गांव से 500 मीटर दूर पेड़ से लटकता मिला। पूरा मामला गोला के छत्तीपुर राजा गांव की है। सूचना पर पहुंचे परिजन का रो रो कर बुला हाल है। ग्रामीणों ने बताया कि कमलेश का प्रेम प्रसंग गांव की ही राधा से चल रहा था। लड़की के घर वाले उसके लिए रिश्ता देख रहे थे। दोनों दूसरे से शादी करना चाहते थे। परिजन उनके इस फैसले से खुश नहीं थे। इस लिए दोनों ने फांसी लगा ली।
राधा के पिता राम विलास ने बताया कि जब मैं सुबह उठा तो बिटिया को आवाज लगाई। अंदर से आवाज नहीं आई। मुझे लगा वह कमरे में होगी। बिटिया की शादी के लिए रिश्ता देख रहा था। मुझे बेटी के बारे में कुछ पता नहीं था। बिटिया नाबालिग जरूर थी, लेकिन आजकल गांव के माहौल को देखते हुए रिश्ते की बात चला रहे थे। अभी से रिश्ता देखते तभी आगे साल-दो साल में शादी कर पाते। सुबह गावं वालों से बेटी के बारे में जानकारी मिली कि उसका शव पेड़ से लटकता मिला है। तब मैं वहां पहुंचा।
कमलेश की मां सोमवती ने बताया कि मेरे पांच बेटे हैं। कमलेश सबसे छोटा था। तीन बेटों की शादी हो चुकी है। कमलेश के रिश्ते के बारे में जानकारी थी। हमने बेटे को कई बार समझाया लेकिन, यह नहीं पता था कि बेटा ऐसा कदम उठा लेगा। बेटे से हमेशा बोलती थी कि तेरी शादी अच्छे से करूंगी। बारात लेकर जाऊंगी। लेकिन उसने अपनी जान दे दी। मेरा बेटा उससे शादी के लिए नहीं बोल रहा था। लड़की ही बेटे से शादी की जिद कर रही थी। भाई विमलेश ने बताया कि मेरा भाई चंडीगढ में रहकर नौकरी करता था।
18 मार्च को वह वापस घर आया था। उसने अपनी मेहनत से वहां घर बनाया था। वह उसी मकान में रहता था। सुबह हम लोगों जानकारी हुई तो हम लोग घटनास्थल पर पहुंच गए। मेरा भाई ऐसा कर लेगा किसी को नहीं पता था। गांव के रहने वाले दुकानदार लल्लन ने बताया कि दो दिन पहले कमलेश मेरी दुकान पर आया था। मैंने कहा होली में नहीं आए। आज अचानक कैसे आ गए। इस पर उसने कहा कि बस मेरी जिन्दगी दो दिन की ही है। इस पर मैंने उसे डांटा कि ऐसा नहीं बोलते। लेकिन आज उसकी मौत की खबर सुनकर यकीन नहीं हो रहा।