आगरा में टेढ़ी बगिया में टेढ़ी बगिया निवासी प्रताप सिंह की पत्नी गीता देवी की रविवार रात को हत्या कर दी गई थी। उन्हें भाई रवि ने अपने पास बहाने से बुलाया था। सोमवार सुबह घर के पास प्लाट में पड़े एक बोरे में गीता का शव मिला था। घर से रवि फरार हो गया था। पुलिस ने उसे रात को गिरफ्तार कर लिया था। डीसीपी सिटी सूरज कुमार राय के मुताबिक, रवि ने पूछताछ में बताया कि भांजे ने उसका घर बिगाड़ दिया था। उसे लग रहा था कि बहन भी साथ नहीं दे रही है।
इस कारण उसकी हत्या की योजना बनाई। उन्हें बेटे को घर से लाने के बहाने बुलाया। वह धनौली में अपने घर गए। इसके बाद टेढ़ी बगिया में किराये के मकान पर आ गए। रात में बहन को कमरे पर ही रोक लिया था। उससे कहा कि भांजे भूरा ने अच्छा नहीं किया। उसे इश्क के लिए अपनी मामी ही मिली। रिश्तों की तो शर्म कर लेता। गीता ने रवि से कहा कि वह अपनी पत्नी को ही रोक लेता। यह बात रवि को नागवार गुजरी। गुस्से में उसने कपड़े से गीता का गला घोट दिया। वह बच नहीं जाए, इसलिए चाकू लेकर आया। गले पर वार कर दिया। चाकू में धार नहीं थी।
इस पर दूसरा चाकू लेकर फिर से गला रेत दिया। तीन घंटे तक शव को ठिकाने लगाने की सोचता रहा। बाद में अपने सामान के बोरे में शव को रखने के बाद सिल दिया। देर रात किराएदार संतोष बाहर से लौटा था। रवि ने उसके लिए दरवाजा खोला था। तभी वह बोरे को प्लाट में फेंककर भाग गया। दिल्ली में अपनी बुआ के घर बेटे को छोड़ आया। इसके बाद उसे पुलिस ने पकड़ लिया। बहन की हत्या के बाद वह अफसोस कर रहा था। यही कहा कि बहन प्रयास करती तो उसका घर नहीं टूटता।