6 दिनों तक लापता रही इंदौर की श्रद्धा तिवारी के घर लौटने के बाद यह केस सुलझने के बजाय उलझ ही गया। लापता होने से बरामद होने तक की कहानी में प्यार, धोखा और फिर 24 घंटे के भीतर अजनबी से शादी जैसे अजब-गजब ट्विस्ट हैं। श्रद्धा तिवारी और उसके पिता ने जो घटनाक्रम बताया, उससे यह किसी फिल्म की स्क्रिप्ट जैसी लगती है। इस स्टोरी में क्लाईमैक्स अभी बाकी है, क्योंकि पापा अनिल तिवारी इस शादी को कबूल करने को तैयार नहीं है। इसके अलावा भी कई सवाल अनसुलझे हैं। सबसे बड़ा सवाल यह है कि घर से भागी हुई कोई लड़की सिर्फ पांच दिनों में कथित प्रेमी सार्थक को भूलकर नए लड़के करणदीप योगी से शादी कैसे कर सकती है?
23 अगस्त की दोपहर करीब 2 बजे श्रद्धा तिवारी बिना बताए घर से निकल गई। उसने अपना मोबाइल फोन घर पर छोड़ दिया, ताकि कोई उसे ढूंढ नहीं सके। लापता होते ही घर में हंगामा मचा। सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए तो वह लाल टी-शर्ट और जींस में लोटस चौराहे से विजय नगर की ओर जाती दिखी। घरवालों से पूछताछ करने पर पता चला कि उसका सार्थक गहलोत से अफेयर था। इस बात पर घर में काफी हंगामा भी हुआ था। पुलिस ने 24–25 अगस्त को सार्थक से पूछताछ की। गुमशुदगी से शुरू हुई स्टोरी में पहला ट्विस्ट तब आया जब सार्थक ने बताया श्रद्धा से उसका संपर्क नहीं है। श्रद्धा ने उसका नंबर ब्लॉक कर रखा है।