पिछले दिनों आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने अपने बड़े बेटे और बिहार के पूर्व मंत्री तेज प्रताप यादव को पार्टी से छह साल के लिए निकाल दिया था। साथ ही उन्होंने तेज प्रताप को लालू परिवार से भी अलग कर दिया था। लालू ने ये एक्शन तेजप्रताप की एक लड़की के साथ फोटो वायरल होने और अफेयर की खबरों के बाद लिया था। वहीं, पार्टी और परिवार से निकाले जाने के एक सप्ताह बाद तेज प्रताप ने इस मामले में प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने इशारों-इशारों में पिता लालू के साथ दूरियों के लिए आरजेडी और उसके नेताओं को दोषी ठहराया है।
बिहार के पूर्व मंत्री तेज प्रताप यादव ने रविवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, ‘मेरे प्यारे मम्मी पापा…. मेरी सारी दुनिया बस आपदोनों में ही समाई है। भगवान से बढ़कर है आप और आपका दिया कोई भी आदेश। आप है तो सबकुछ है मेरे पास। मुझे सिर्फ आपका विश्वास और प्यार चाहिए ना कि कुछ और।’ उन्होंने आगे लिखा, ‘पापा आप नही होते तो ना ये पार्टी होती और ना मेरे साथ राजनीति करने वाले कुछ जयचंद जैसे लालची लोग। बस मम्मी पापा आपदोनो स्वस्थ और खुश रहे हमेशा।’
बता दें कि तेज प्रताप यादव पहले से शादीशुदा हैं, लेकिन पहली पत्नी ऐश्वर्या राय से शादी के कुछ महीने बाद ही तेज प्रताप ने तलाक की अर्जी दी और अभी मामला कोर्ट में चल रहा है। लेकिन, हाल ही में तेज प्रताप के सोशल मीडिया अकाउंट से एक फोटो शेयर की गयी थी। जिसमें वह एक महिला के साथ नजर आ रहे हैं। इसके साथ ही लिखा गया था कि दोनों 12 साल से रिलेशन में हैं। पोस्ट में फोटो में दिख रही महिला का नाम अनुष्का यादव बताया गया।
हालांकि, कुछ समय बाद पोस्ट को डिलीट करके एक अन्य पोस्ट में तेज प्रताप ने दावा किया कि उनका अकाउंट हैक हुआ है और उन्हें बदनाम करने के लिए यह सब किया जा रहा है। उन्होंने दावा किया कि फोटो फेक थी जिसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से बनाया गया है। हालांकि, लालू प्रसाद ने अगले ही दिन तेज प्रताप यादव को पार्टी व परिवार से अलग कर दिया।
लालू प्रसाद यादव ने रविवार को एक्स पोस्ट में लिखा, ‘निजी जीवन में नैतिक मूल्यों की अवहेलना करना हमारे सामाजिक न्याय के लिए सामूहिक संघर्ष को कमज़ोर करता है। ज्येष्ठ पुत्र की गतिविधि, लोक आचरण तथा गैर जिम्मेदाराना व्यवहार हमारे पारिवारिक मूल्यों और संस्कारों के अनुरूप नहीं है। अतएव उपरोक्त परिस्थितियों के चलते उसे पार्टी और परिवार से दूर करता हूँ। अब से पार्टी और परिवार में उसकी किसी भी प्रकार की कोई भूमिका नहीं रहेगी। उसे पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित किया जाता है।’
उन्होंने आगे लिखा, ‘अपने निजी जीवन का भला -बुरा और गुण-दोष देखने में वह स्वयं सक्षम है। उससे जो भी लोग संबंध रखेंगे वो स्वविवेक से निर्णय लें। लोकजीवन में लोकलाज का सदैव हिमायती रहा हूँ। परिवार के आज्ञाकारी सदस्यों ने सावर्जनिक जीवन में इसी विचार को अंगीकार कर अनुसरण किया है। धन्यवाद।’