नोएडा से गुरुग्राम के लेपर्ड ट्रेल में बाइक राइडिंग पर ग्रुप के साथ आई साफ्टवेयर इंजीनियर युवती सोमिता सिंह की मौत के मामले में बादशाहपुर थाना पुलिस ने एकेडमी संचालक और कार चालक के विरुद्ध मामला दर्ज किया है। पुलिस ने जांच करते हुए मौके से वरना कार को जब्त कर लिया था। वहीं मंगलवार शाम आरोपित कार चालक को भी अशोक विहार से गिरफ्तार कर लिया। उसकी पहचान अशोक विहार फेस तीन स्थित ग्लोबल टावर के 34 वर्षीय जय यादव के रूप में की गई।
मूलरूप से लखनऊ के हुसैनगंज की रहने वाली सोमिता की बीएमडब्ल्यू् जी-310 बाइक रविवार सुबह दस बजे लेपर्ड ट्रेल से वापस जाते समय पंडाला में तेज घुमावदार मोड़ के पास सामने से आ रही वरना कार से टकरा गई थी। टक्कर से वह दूर उछलकर जा गिरीं और उनके सिर में गंभीर चोट आई थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पता चला कि उनकी मौत सिर में चोट लगने की वजह से ही हुई।
पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि हादसे के बाद पिता ने कार सिखाने वाली एकेडमी के खिलाफ शिकायत दी थी और कहा था कि सोमिता ने बिना बताए एकेडमी ज्वाइन की बाइक भी एकेडमी की तरफ से रेंट पर दी गई थी। शिकायत के बाद थाना पुलिस ने 281 और 106 बीएनएस की धाराओं में लापरवाहीपूर्ण हादसे के तहत एकेडमी संचालक व कार चालक के विरुद्ध सोमवार रात मामला दर्ज किया था।
सोमिता एक महीने तक नोएडा की एकेडमी में बाइक चलाने की ट्रेनिंग लेने के बाद पहली बार ग्रुप के साथ गुरुग्राम के लेपर्ड ट्रेल आई थीं। सोमिता नोएडा की साफ्टवेयर कंपनी में काम करने के दौरान साथियों की देखादेखी में बाइक सीखने जाती थीं। हादसे वाले दिन वह पहली बार ग्रुप के साथ नोएडा से बाहर इतने लंबे सफर पर निकली थीं। लेट्स राइड इंडिया एकेडमी के संचालक कुलदीप शर्मा ने बताया कि वह भी ग्रुप के साथ बाइक चलाना सिखाने के लिए आए थे।
राइडिंग के दौरान हमेशा ही एक बैकअप कार चलती है। हादसे के बाद फौरन ग्रुप के साथ और वह खुद सोमिता को कार से बादशाहपुर क्षेत्र के ही दो निजी अस्पताल ले गए। दोनों अस्पतालों में डॉक्टरों ने सोमिता को भर्ती करने से मना कर दिया और कहा कि वह सिविल अस्पताल जाएं। कुलदीप शर्मा ने कहा कि अगर उन्हें उसी वक्त डॉक्टरों ने उपचार दिया होता तो वह बच भी सकती थीं। जब वह अस्पताल से एंबुलेंस से सोमिता को सिविल अस्पताल ले जा रहे थे तो उनकी सांसें चल रही थीं।
उन्होंने यह भी कहा कि कुछ मीडिया चैनलों ने इसे स्पोर्ट्स बाइक बताया, जबकि यह साधारण 310 सीसी की बाइक है। सोमिता की मौत के बाद ग्रुप के सभी लोग, वह खुद और सहयोगी टीम रात 11 बजे तक पुलिस थाने में रही। रात 11 बजे पुलिस के निर्देश पर वह घर गए। यह भी कहा कि एकेडमी खोलने के लिए किसी प्रकार के लाइसेंस का प्रविधान नहीं है। न ही अब तक किसी विभाग ने इस पर कोई संज्ञान लिया है। अगर कोई लाइसेंस या रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया होगी तो उसे पालन किया जाएगा।