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रोज़ी की बात की तो रूह कांप उठी: दो भाइयों की तनख्वाह मांगना बना दर्दनाक सजा!

 

भीलवाड़ा: कोरबा जिले से दो भाइयों किडनैप कर उनके साथ बुरी तरह मारपीट करने का मामला सामने आया है। भीलवाड़ा के 2 भाइयों ने आइसक्रीम बेचने के बाद सैलरी मांगी तो मालिक ने किडनैप कर लिया। आरोपियों ने भाइयों के करंट लगाया और जमकर मारपीट की। फिर चोरी का इल्जाम लगाकर टॉर्चर का वीडियो भी बनाया। परिवार को वीडियो भेजकर 30 हजार रुपए की डिमांड की। परिवार के पैसे चुकाने के बाद आरोपियों ने दोनों को छोड़ दिया। मामला छत्तीसगढ़ के कोरबा का 14 अप्रैल का है। पीड़ित परिवार को आरोप है कि भीलवाड़ा पुलिस ने कार्रवाई के बदले समझौते का दबाव बनाया। गुरुवार को पीड़ित परिवार ने पुलिस अधीक्षक को शिकायत दी।

 

मामले को 4 पॉइंट में जाने

1. गांव के परिचित ने लगवाई नौकरी: गुलाबपुरा थाने के रहने वाले चचेरे भाई मुकेश और विनोद के अनुसार हमारे गांव का एक व्यक्ति छत्तीसगढ़ में आइसक्रीम की लॉरी का काम करता है। उसके जरिए हमने आरोपी छोटू गुर्जर निवासी भैरूखेड़ा शंभूगढ़ भीलवाड़ा और मुकेश शर्मा निवासी चित्तौड़गढ़ से संपर्क किया। हमने छोटू और मुकेश से काम मांगा तो उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ के कोरबा में आइसक्रीम बेचने का काम करना है।

2. 12 फरवरी को दोनों भाई गांव से निकले: छोटू गुर्जर फरवरी (2025) में गांव आया और बताया कि वहां 10 हजार सैलरी मिलेगी, रहना-खाना मिलेगा। हम दोनों भाई बेरोजगार थे इसलिए हामी भर दी। 12 फरवरी को हम छत्तीसगढ़ के कोरबा चले गए। दो महीने नौकरी करने के बाद उन्होंने मजदूरी मांगी तो चोरी का आरोप लगाकर उन्हें बुरी तरह टॉर्चर किया।

3. 14 अप्रैल की रात को हुआ टॉर्चर: भाइयों ने एसपी की दी शिकायत में बताया कि आरोपियों ने हमें कोरबा के एक गोदाम में बंद कर दिया। वहां चोरी का आरोप लगाकर गाली-गलौज की। फिर कपड़े उतरवा कर मारपीट की। पैरों की उंगलियों के नाखून प्लास से खींचे। हम चीखे-चिल्लाए तो बिजली का करंट लगाया। घटना का वीडियो भी बनाया।

4. पैसे ट्रांसफर होने के बाद छोड़ा: 15 अप्रैल की सुबह 10 बजे छोटू गुर्जर को घरवालों ने ऑनलाइन 23 हजार 950 रुपए ट्रांसफर किए। इस घटना के बाद हम भीलवाड़ा आ गए। आरोपी छोटू गुर्जर भी हमारे पीछे हमारे गांव कानिया आ गया। फिर 17 अप्रैल को रुद्रपुर चौराहे पर आरोपी छोटू ने हमें रोका और मारपीट की। पूरी घटना पर चुप रहने के लिए दबाव बनाया।

अभिषेक और विनोद के रिश्तेदार शंकर लाल मेघवंशी ने बताया- कि गुरुवार को गुलाबपुरा थाने पर एफआईआर दर्ज नहीं की गई। पुलिस ने हमें ही धमकाया कि समझौता कर लो। अभिषेक की मां ने कहा- कोई मां बेटे की ऐसी हालत देख सकती है क्या। आरोपियों ने बेटे को बुरी तरह पीटा। मुझे न्याय चाहिए।

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