बांदा। थानेदार की तानाशाही रवैया से परेशान फरियादियों का पुलिस कप्तान के यहां गिड़गिड़ाने का सिलसिला लगातार जारी है जहां से जांच के आदेश तो दिए जाते है पर शायद सही जांच की मायने निचले स्तर के अधिकारियों को बताया नहीं जाता जिससे अधिकारी अपने आप को बादशाह समझने लगते है और वही अधिकारी जयचंदो के हिमायती बन कर गरीब तबके के पीड़ित फरियादियों का शोषण कर लेते हैं और ऐसे में फरियादियों में कानून से भरोसा की जगह भय पैदा हो जाता है ऐसा ही एक मामला पुलिस अधीक्षक कार्यालय से प्रकाश में आया है जहां गिरवां थाना क्षेत्र अंतर्गत शेरपुर निवासिनी निशा पत्नी राजू गिरि ने पुलिस अधीक्षक अंकुर अग्रवाल को लिखित प्रार्थना पत्र देकर बताया कि सूने घर में घुसकर जेठ वीरेंद्र गिरि पुत्र शिवचरन गिरि निवासी शेरपुर ने मेरे साथ मार-पीट किया है पीड़िता का आरोप है कि पहले भी जेठ ने मारपीट की घटना को अंजाम दिया था जिसकी शिकायत थाना गिरवा में किया पर थाने में कार्यवाही नही हुई जिससे पीड़िता व पीड़िता के पति पुलिस अधीक्षक से कार्यवाही के लिए फरियाद की है। मारपीट के दौरान मंगलसूत्र छीनने का पीड़िता ने आरोप लगाते हुए बताया कि मारपीट करने के बाद आरोपी ने जान से मारने की धमकी दी है पीड़िता का आरोप है कि घटना की शिकायत करने पर थाने में शिकायत नहीं दर्ज हुई जिससे पीड़िता ने पुलिस अधीक्षक शिकायत कर कार्यवाही करने की मांग की है।
मामला बांदा जिले के गिरवा थाना क्षेत्र के शेरपुर गांव का है।
