बांदा। पुलिस अधीक्षक कार्यालय बांदा से मामला सामने आया है जहां पर मंगलवार को पीड़िता ने पुलिस अधीक्षक को लिखित शिकायतपत्र देकर न्याय की गुहार लगाई है, बता दें कि पीड़िता कस्बा बदौसा (गडरियन पुरवा) थाना-बदौसा
जनपद-बाँदा (उ0प्र0) की निवासिनी है। दिनांक- 06.06.2025 की रात्रि करीब 11 बजे लाइट चले जाने के कारण पीड़िता का छोटा भाई साहिल उम्र करीब 17 वर्ष व भतीजा जावेद उम्र गश्ती पुलिस जीप से आये करीब 20 वर्ष दरवाजें के बाहर बैठ गये थे आरोप है कि तभी थाना बदौसा तथा उक्त लोगों से कहने लगे गाली देते हुए यहाँ क्यों बैठे हो तो उन्होने कहा कि साहब अभी अभी लाइट चली गयी थी, इसलिए बैठ गये थे तो उक्त लोग साहिल व जावेद के साथ मार-पीट करने लगे तो उक्त लड़को ने गाली-गलौज का वीड़ियों बना लिया तो मोबाइल छीन लिये वे लोग चिल्लाये तो पीड़िता दौड़कर आयीं तथा पुलिस वालों को रोका तो पुलिस वालों ने अपशब्द कहते हुए यहाँ से भाग जाओं नही तो तुम्हारी हालत बिगाड़ देगें। तब मैं दौड़कर घर में गयी तथा अपने पति को बतलाया तथा पीड़िता के पति दरवाजें में आकर खड़े हुए तो पुलिस वाले पीड़िता के पति को भी घसीट कर ले गये तथा डण्डो से मार-पीट करने लगे तथा कहा कि मोबाइलों से वीड़ियों डिलीट करों तो पीड़िता अपने पति को बचाने के लिए अपने पति के ऊपर लेट गयी तथा पुलिस वालों से गिडगिड़ाती रही कि मेरे पति को क्यों मार रहे हो इनका क्या दोष है लेकिन पुलिस वालों ने कोई रहम नही किया तथा मेरे पति को मार-मारकर लहूलुहान कर दिया जिससे पीड़िता के पति के बायें हाथ व गर्दन तथा हाथ-पैरों तथा पूरे शरीर में जगह-जगह चोटें आयी। उसी दौरान पीड़िता की सास जैनम बानू उम्र करीब 80 वर्ष आ गयी तो पुलिस वालों ने धक्का देकर उन्हें भी गिरा दिया तथा पीड़िता व पीड़िता की बूढ़ी सास को भी पूरी रात थाने में अनावश्यक रूप से बन्दी बनाकर रखा गया पुलिस वालों ने पीड़िता को भी मारा-पीटा व कपड़े फाड़ डाले को तथा पीड़िता के पति व भाई साहिल व भतीजा जावेद को भी थाने जीप में डालकर ले आये तथा थाने में भी थानाध्यक्ष की मौजूदगी में कां० अनुराग यादव सरोज एस०आई० कां० दिनेश तथा एस० आई० गौरव मिश्रा एस० आई० गुलाबचन्द्र यादव तथा अन्य पुलिस कर्मचारीगण जो भी थाने में मौजूद थे ने पीड़िता के पति को जमीन में उल्टा लिटाकर डण्डो, लात, लातों से मारा पीटा तथा पीड़िता के भाई साहिल को भी थाने में मारा-पीटा तथा कहा कि जिस तरह अतीक अहमद व मुख्तार का जो हाल हुआ है वही तुम्हारा होगा। पीड़िता के गांव के प्रधान जियाउलहक तथा इस्माइल पुत्र अज्ञात थाने आये तथा दरोगा जी से बात की तो थानाध्यक्ष ने एक सादेकागज में सभी लोगों के हस्ताक्षर कराकर छोड़ दिया था तथा कहा था कि कल सुबह 9 बजे तुम सभी लोग फिर से थाने आना। लेकिन पीड़िता के पति मार-पीट में बहुत गम्भीर हो गये थे तथा खून की उल्टियां कर रहे थे तो पीड़िता उनको लेकर रानी दुर्गावती मेड़िकल कॉलेज बाँदा गयी तथा डाक्टरों ने गम्भीर चोटें होने के कारण भर्ती करके इलाज शुरू किया तथा करीब 1 बजे दिन थाना-बदौसा की पुलिस अस्पताल आयी तथा जबरजस्ती डाक्टर के ऊपर दबाव बनाकर बोलेरों गाड़ी से बदौसा ले आये। दिनांक 07.06.2025 को पीड़िता के पति को खून की उल्टियाँ होने लगी तो पीड़िता अपने पति को लेकर बाँदा ट्रामा अस्पताल आयी तथा डाक्टर को दिखलाया तो इतने में थाना- बदौसा के कां० मिथलेश आया तथा डाक्टर के ऊपर दबाव बनाकर भर्ती नही होने दिया। तथा इलाज कराकर वापस कर दिया। उक्त घटना की शिकायत पीड़िता ने सभी उच्च अधिकारियों को दी लेकिन थाना—बदौसा की पुलिस की इस क्रूरतम कृत्य के लिए अभी तक कोई कारगर कार्यवाही नही की गयी है तथा पुलिस वालें सुलहनामा करने की धमकी दे रहे है व कह रहे है कि यदि अपनी शिकायतें वापस नही लोगें तो ऐसे-ऐसे मुकदमें लगा देगें कि जिन्दगी भर जेल में सड़ते रहोगें । मांग है कि उक्त घटना के दोषी सभी पुलिस कर्मियों के विरूद्ध मुकदमा पंजीकृत कराकर विभागीय जांच कराकर दण्डित करने करें।