बांदा। पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंची परिवार सहित पीड़िता ने पुलिस अधीक्षक को लिखित शिकायती पत्र देकर लगाई न्याय की गुहार आपको बतलाते चलें कि पूरा मामला पुलिस अधीक्षक कार्यालय से सामने आया है जहां पर आज पीड़िता परिवार सहित पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंची और पुलिस अधीक्षक को लिखित शिकायतपत्र देकर न्याय की गुहार लगाई है पुलिस अधीक्षक को दिए गए प्रार्थना पत्र में बताया कि पीड़िता थाना अतर्रा जिला बाँदा की मूल निवासिनी है जो कि अनुसूचित जाति वर्मा है दिनांक 12/02/2025 ई0 को पीड़िता की नाबालिग पुत्री को पुरानी तहसील के अतर्रा ग्रामीण चार अन्य व्यक्ति बहला-फुसला कर भगा ले गये थे। नाबालिग पुत्री की जन्मतिथि 04/01/2010 ई0 है। घटना के समय पीड़िता की पुत्री की उम्र 15 साल 1 माह 16 दिन थी । पीड़िता ने घटना की रिपोर्ट दिनांक 13/02/2025 ई० को कोतवाली अतर्रा मे किया था। जिसका अ0सं0-62/2025 धारा-137 (2) बी०एन०एस० है तब विवेचक ने पीड़िता की पुत्री के स्कूल से कक्षा-8 का अंकपत्र भी प्राप्त कर लिया है। जिसमे पीड़िता की पुत्री की जन्मतिथि 04/01/2010 (15 साल 1 माह 16 दिन ) अंकित है। पीड़िता की पुत्री जब पीड़िता को मिली तब बताया कि अभिषेक व अंशू व उसके साथी आसू, आदेश, सर्वेश व दादू भी थे जिन्होंने नहर के किनारे अपनी मौसी के एक निमार्णाधीन कालोनी मे मेरे साथ बुरा काम किया है। परन्तु विवेचक
अभिषेक उर्फ अंशू को गिरफ्तार करके छोड दिया है। पीड़िता व पीडिता की पुत्री
को मुल्जिमान खुलेआम धमकी दे रहे है कि मुकदमा वापस ले लो नही तो तुम्हारे पूरे परिवार को खत्म कर देंगे। प्रार्थिया आज अपनी नाबालिग पुत्री ऊषा को लेकर आई है।
मांग है कि उक्त प्रकरण को संज्ञान में लेकर सही से विवेचना करते हुए रिपोर्ट दर्ज कराकर मुल्जिमानों को गिरफ्तार किया जाये व पीड़िता की लड़की का मेडिकल पैनल बोर्ड से कराया जाये ।
