झारखंड में मानसून इस बार पूरी तरह सक्रिय हो चुका है। राज्य के विभिन्न हिस्सों में लगातार भारी बारिश हो रही है। मौसम विभाग के रांची केंद्र ने 30 जून को जानकारी दी कि आज भी झारखंड के कई जिलों में तेज बारिश और वज्रपात की संभावना है। खासकर दक्षिणी जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है। रांची, हजारीबाग, लोहरदगा और खूंटी जैसे जिलों में भी बारिश जारी है। मौसम वैज्ञानिकों ने लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी है।
मॉनसून की सक्रियता के साथ-साथ निम्न दबाव: रांची मौसम विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक अभिषेक आनंद ने बताया कि बंगाल की खाड़ी के पास एक निम्न दबाव का क्षेत्र बन रहा है, जो धीरे-धीरे झारखंड की ओर बढ़ेगा। इसके चलते राज्य में निम्न दबाव का असर भी देखने को मिलेगा। खासकर दक्षिणी जिलों में इसका प्रभाव अधिक रहेगा। इसी कारण रांची, सरायकेला, सिमडेगा, गुमला, खूंटी, पूर्वी और पश्चिमी सिंहभूम में 3 जुलाई तक रेड अलर्ट जारी किया गया है।
मौसम विभाग ने कहा है कि: इन जिलों में औसतन 300 मिमी से अधिक बारिश हो सकती है और हवा की गति 50-60 किलोमीटर प्रति घंटा तक पहुंच सकती है। साथ ही वज्रपात की भी आशंका जताई गई है। विभाग ने लोगों को घर से बाहर नहीं निकलने, खुले मैदान में न जाने, मवेशियों को चराने और तेज बारिश के दौरान वाहन नहीं चलाने की सलाह दी है। वहीं, रांची, हजारीबाग, लोहरदगा, लातेहार, बोकारो, धनबाद और पलामू जिलों में यलो अलर्ट जारी किया गया है। यहां पर भी भारी बारिश की संभावना है। हवा की गति 30 से 40 किमी प्रति घंटा हो सकती है। इन क्षेत्रों में भी वज्रपात का खतरा बना हुआ है। यह स्थिति 3 जुलाई तक बनी रह सकती है।
सामान्य से 80% ज्यादा बारिश: इस बार मानसून झारखंड में रिकॉर्ड तोड़ बारिश लेकर आया है। 28 जून तक राज्य में औसतन 306.5 मिमी बारिश हो चुकी है, जबकि सामान्य आंकड़ा 170.3 मिमी होता है। यानी सामान्य से 80 फीसदी अधिक बारिश दर्ज की गई है।रांची में अब तक सबसे अधिक 500 मिमी बारिश हो चुकी है। वहीं, लातेहार, रामगढ़, लोहरदगा में 400 मिमी, जबकि पूर्वी-पश्चिमी सिंहभूम, खूंटी, गुमला और धनबाद में 300 मिमी से अधिक बारिश दर्ज की गई है।