हमास ने किया सार्वजनिक फायरिंग: 8 लोग मारे गए, पट्टी बांधकर सड़क पर गोलियों से भुना, ‘अल्लाह-हू-अकबर’ नारे लगे

गाजा में हमास ने 8 लोगों को सड़क पर गोली मार दी। हमास ने इन लोगों को इजराइल का जासूस बताया। वायरल वीडियो में 8 लोगों को आंखों पर पट्टी बांधकर बैठाया गया और हमास के लड़ाकों ने उन्हें गोली मार दी। इस दौरान कुछ लोग अल्लाह-हू-अकबर के नारे लगाते नजर आए।

 

 

इजराइली सेना के गाजा से पीछे हटने के बाद हमास फिर से अपनी ताकत बढ़ा रहा है। उसने उन लोकल हथियारबंद गिरोह पर हमले शुरू किए हैं, जो इजराइल के कब्जे वाले इलाकों में ताकतवर हो गए थे।

आरोप है कि ये लोकल ग्रुप्स दो साल से राहत सामग्री लूटकर बेच रहे थे, जिससे गाजा में भुखमरी बढ़ी। हमास की पुलिस अब सड़कों पर गश्त कर रही है और इन गैंग्स पर हमला कर रही है।

हमास के लड़ाकों ने 8 लोगों को सड़क पर खुलेआम गोली मार दी।
          हमास के लड़ाकों ने 8 लोगों को सड़क पर खुलेआम गोली मार दी।
इजराइली सेना के पीछे हटने के बाद हमास फिर से अपनी ताकत बढ़ा रहा है।
  इजराइली सेना के पीछे हटने के बाद हमास फिर से अपनी ताकत बढ़ा रहा है।

फिलिस्तीन राष्ट्रपति बोले- ये हत्याएं गलत

फिलिस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास ने इन हत्याओं को गलत बताया है। वहीं, फिलिस्तीन के एक्सपर्ट अब्दलहादी अलिजला ने कहा कि ये हत्याएं गलत हैं, लेकिन गाजा में कोई कोर्ट या कानून नहीं बचा है। लोग दो साल से बमबारी और हिंसा झेल रहे हैं, इसलिए ऐसी घटनाएं उनकी जिंदगी का हिस्सा बन गई हैं।

बीबीसी के मुताबिक, हमास ने हजारों सैनिकों को गाजा में भेजा है। एक्सपर्ट का कहना है कि अगर युद्धविराम रहा, तो हमास कुछ ही हफ्तों में गाजा पर पूरी तरह कब्जा कर सकता है।

इससे पहले हमास ने मंगलवार को 4 और इजराइली बंधकों के शव इजराइल डिफेंस फोर्स (IDF) को सौंपे। ये ताबूत हमास ने रेड क्रॉस को सौंपे थे, फिर उन्हें IDF को ट्रांसफर किया गया। इजराइल ने लौटाए गए चार मृत बंधकों में से तीन के नाम बता दिए हैं।

बंधक एवं गुमशुदा परिवार फोरम के जारी बयान के अनुसार, इनमें तामिर निमरोदी , एतान लेवी और उरीएल बारूक शामिल है। टाइम्स ऑफ इजराइल के मुताबिक कल हमास द्वारा लौटाया गया एक शव इजराइली बंधक का नहीं है, बल्कि यह गाजा के एक फिलिस्तीनी का है।

सीजफायर की शुरुआत के बाद से यह मृत बंधकों का दूसरा समूह था जो इजराइल लौटा। हमास से 28 बंधकों के शवों को सौंपा जाना था, लेकिन अब तक कुल 8 शवों को लाया गया है। माना जा रहा है कि 20 से अधिक बंधकों के अवशेष अभी भी गाजा में हैं।

इजराइल बोला- सभी बंधकों के शवों को वापस लाकर रहेंगे

इजराइली सेना का कहना है कि उसके प्रतिनिधियों ने स्टाफ सार्जेंट तामिर निमरोदी (18), उरीएल बारूक (35) और एतान लेवी (53) के परिवारों को सूचित किया कि उनके शव कल रात हमास ने लौटा दिए थे। प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के ऑफिस ने चेतावनी दी है कि हमास को शर्तें पूरी करनी होगी और समझौते के तहत बचे शवों को जल्द से जल्द लौटाना होगा।

प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा, ‘हम इस पर कोई समझौता नहीं करेंगे और तब तक कोई कसर नहीं छोड़ेंगे जब तक कि हम सभी बंधकों के शवों को वापस नहीं ले आते।’ वहीं, हमास के प्रवक्ता हजम कासिम ने कहा कि हमास बंधकों के शवों को लौटाने की अपनी प्रतिबद्धताओं पर काम कर रहा है।

हमास ने 4 बंधकों को शव लौटाए थे

हमास ने इजराइल को 4 बंधकों के शव लौटाए थे। इसमें नेपाली बंधक बिपिन जोशी का भी शव शामिल है। बिपिन जोशी नेपाल के एक छात्र थे, जिन्हें 7 अक्टूबर, 2023 को किबुत्ज अलुमिम के एक फार्म से अगवा किया गया था।

वह लर्न एंड अर्न (सीखो और कमाओ) प्रोग्राम के तहत इजराइल गए थे। इसके अलावा गाई इलौज, योसी शाराबी और डैनियल पेरेज के शव भी इजराइल लाए गए थे। इससे पहले हमास ने दोपहर सभी 20 जिंदा इजराइली बंधकों को रिहा किया था। इन्हें 7 और 13 के दो बैच में छोड़ा गया।

ट्रम्प ने मिस्र में गाजा सीजफायर प्लान पर साइन किए थे

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने सोमवार को मिस्र के शहर शर्म अल शेख में गाजा शांति समझौते पर साइन किए थे। उन्होंने इसे बहुत खास बताया। ट्रम्प ने मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सीसी के साथ मिलकर इस सम्मेलन को लीड किया था। 20 से ज्यादा देशों के नेता वहां मौजूद थे, लेकिन इजराइल और हमास को नहीं बुलाया गया।

ट्रम्प ने अपनी टीम की तारीफ की और कहा- मैंने सोचा था कि यह सबसे मुश्किल काम होगा, लेकिन हमारी शानदार टीम और इन देशों की मदद से यह हो गया। शांति प्रस्ताव पर साइन करने के बाद ट्रम्प ने समझौते का आखिरी पेज प्रेस को दिखाया था। इस पेज के ऊपरी हिस्से में लिखा है कि हर व्यक्ति को सम्मान, शांति और बराबर मौके मिलने चाहिए। इसमें कहा गया है कि हम चाहते हैं कि यह क्षेत्र ऐसा हो जहां हर कोई शांति और सुरक्षा में अपने सपने पूरे कर सके चाहे वह किसी भी धर्म या नस्ल का हो।

ट्रम्प ने इजराइली संसद में 65 मिनट भाषण दिया था

मिस्र में बैठक से पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने इजराइल की संसद (नेसेट) में 65 मिनट का भाषण दिया था। उन्होंने कहा- हम एक ऐसी विरासत बनाएंगे, जिस पर इस क्षेत्र के सभी लोग गर्व करेंगे। हम एक बेहतर भविष्य बनाएंगे।

उन्होंने तेल अवीव से दुबई, हाइफा से बेरूत, यरुशलम से दमिश्क, और इजराइल से मिस्र, सऊदी अरब, कतर, भारत, पाकिस्तान, इंडोनेशिया, इराक, सीरिया, बहरीन, तुर्किये, जॉर्डन, UAE, ओमान, आर्मेनिया और अजरबैजान जैसे देशों के बीच दोस्ती और व्यापार बढ़ाने की बात कही।

ट्रम्प ने नेतन्याहू को साहसी और देशभक्त बताया था

ट्रम्प ने कहा कि नेतन्याहू बहुत साहसी और देशभक्त हैं और उनकी मदद के बिना बंधकों की रिहाई संभव नहीं हो पाती। ट्रम्प ने आगे कहा कि नेतन्याहू के साथ काम करना आसान नहीं है, लेकिन यही बात उन्हें महान बनाती है। शुक्रिया बीबी (नेतन्याहू)। आपने बहुत अच्छा काम किया। जब नेतन्याहू खड़े हुए तो संसद में मौजूद लोगों ने ताली बजाकर उनका स्वागत किया।

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