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“हॉन्गकॉन्ग में 35 मंजिला इमारत में भीषण आग, 4 की मौत; 13 लोग अब भी फंसे”

हॉन्गकॉन्ग के उत्तरी ताई पो जिले में बुधवार को एक 35 मंजिला रिहायशी कॉम्प्लेक्स की 3 इमारतों में आग लग गई। साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट के मुताबिक इस हादसे में चार लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, 9 लोग घायल हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि आग कम से कम तीन इमारतों तक फैल गई थी। बीबीसी के मुताबिक कम से कम 13 लोग इमारत के अंदर अब भी फंसे हुए हैं।

हादसे के बाद की 7 फोटोज…

ताई पो में लगी आग को अब लेवल-5 कर दिया गया है, जो हॉन्गकॉन्ग में आग की सबसे गंभीर श्रेणी होती है।
ताई पो में लगी आग को अब लेवल-5 कर दिया गया है, जो हॉन्गकॉन्ग में आग की सबसे गंभीर श्रेणी होती है।
आग की लपटों के बीच धुएं का गुबार उठता देख शख्स रोने लगा।
आग की लपटों के बीच धुएं का गुबार उठता देख शख्स रोने लगा।
फिलहाल आग लगने के कारणों की पक्की जानकारी नहीं है। हालांकि माना जा रहा है कि आग इमारतों के बाहर लगी बांस की स्कैफोल्डिंग (मचान) के जरिए तेजी से फैल गई।
फिलहाल आग लगने के कारणों की पक्की जानकारी नहीं है। हालांकि माना जा रहा है कि आग इमारतों के बाहर लगी बांस की स्कैफोल्डिंग (मचान) के जरिए तेजी से फैल गई।
आग इमारतों के बाहर लगे बांस के बंदों (स्कैफोल्डिंग) के जरिए तेजी से फैल गई। मौके पर दमकल की कई गाड़ियां और बचाव दल पहुंचकर आग बुझाने और लोगों को सुरक्षित निकालने में जुटे हैं।
आग इमारतों के बाहर लगे बांस के बंदों (स्कैफोल्डिंग) के जरिए तेजी से फैल गई। मौके पर दमकल की कई गाड़ियां और बचाव दल पहुंचकर आग बुझाने और लोगों को सुरक्षित निकालने में जुटे हैं।
आग लगने के 3 घंटे बाद भी इस बार काबू नहीं पा जा सका।
आग लगने के 3 घंटे बाद भी इस बार काबू नहीं पा जा सका।
घटनास्थल से मिली फुटेज में साफ दिखाई दे रहा है कि इमारत के कई फ्लैटों के बाहर लगी बांस की मचान तेज लपटों में घिरी हुई है।
घटनास्थल से मिली फुटेज में साफ दिखाई दे रहा है कि इमारत के कई फ्लैटों के बाहर लगी बांस की मचान तेज लपटों में घिरी हुई है।
हादसे के बाद इमरजेंसी स्टाफ घायल शख्स को सुरक्षित जगह पर ले जा रहे हैं।
हादसे के बाद इमरजेंसी स्टाफ घायल शख्स को सुरक्षित जगह पर ले जा रहे हैं।

कॉम्पलेक्स में चल रहा था मरम्मत का काम

वांग फुक कोर्ट न्यू टेरिटरीज के ताई पो इलाके में बना एक हाउसिंग कॉम्प्लेक्स है, जहां इस समय मरम्मत और नवीनीकरण का काम चल रहा है। इस एस्टेट में 1,984 फ्लैट हैं और यहां करीब 4,000 लोग रहते हैं। हॉन्गकॉन्ग सरकार ने कहा है कि वांग फुक कोर्ट कॉम्प्लेक्स में लगी आग के बाद अस्थायी शेल्टर खोले गए हैं। ये शेल्टर क्वॉन्ग फुक कम्युनिटी हॉल और तुंग चेओंग स्ट्रीट लीजर बिल्डिंग में बनाए गए हैं।

इसके अलावा ऐलिस हो मियू लिंग नेथरसोले अस्पताल में एक हेल्प डेस्क बनाया गया है, ताकि लोगों को मदद और जानकारी दी जा सके। सरकार ने कहा कि ताई पो जिला कार्यालय हालात पर कड़ी नजर रख रहा है और जरूरत होने पर और शेल्टर खोले जाएंगे। फायर विभाग ने बताया कि मरने वालों में एक फायरफाइटर भी शामिल है। विभाग ने रॉयटर्स को बताया कि यह पता नहीं चल पाया है कि कॉम्प्लेक्स के अंदर कितने लोग अभी भी फंसे हो सकते हैं।

स्थानीय पब्लिक ब्रॉडकास्टर RTHK ने पुलिस के हवाले से बताया कि कई लोग अब भी टावरों में फंसे हुए हैं।

आग लगने की वजह अभी भी पता नहीं चल पाई है। हालांकि वहां रहने वाले कई लोगों को आशंका है कि यह धूम्रपान की वजह से यह हादसा हुआ है।
आग लगने की वजह अभी भी पता नहीं चल पाई है। हालांकि वहां रहने वाले कई लोगों को आशंका है कि यह धूम्रपान की वजह से यह हादसा हुआ है।

बांस के इस्तेमाल पर धीरे-धीरे रोक लगा रही सरकार

ऊंची इमारतों वाला यह कॉम्प्लेक्स बांस की मचान (बांस स्कैफोल्डिंग) से ढका हुआ है। बांस का यह मचान स्टील स्कैफोल्डिंग का एक विकल्प है, जिसे निर्माण कार्य में इसलिए ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है क्योंकि यह हल्की और बहुत मजबूत होती है। इसे ले जाना और ऊंचाई तक पहुंचाना आसान होता है। बांस की लंबी पोलें आसानी से जोड़ी जा सकती हैं, जिससे बड़ी इमारतों के चारों तरफ मचान जल्दी खड़ी हो जाती है। हॉन्गकॉन्ग बांस के मचान के उपयोग के लिए दुनिया भर में मशहूर है।

इसे बनाने के लिए बांस की लंबी पोलों को नायलॉन फास्टनर से बांधकर खड़ा किया जाता है। स्टील की मचान की तुलना में यह सस्ता विकल्प होता है। हालांकि बांस में अगर एक बार आग लग जाए तो यह जल्दी जलता है और लपटें तेजी से ऊपर की ओर फैलती हैं। यही वजह है कि सरकार का विकास ब्यूरो (डेवलपमेंट ब्यूरो) सुरक्षा को लेकर चिंता जताते हुए बांस के मचान के इस्तेमाल को धीरे-धीरे खत्म करने की कोशिश कर रहा है।

बांस के मचान में आग बहुत तेजी से पकड़ती है।
बांस के मचान में आग बहुत तेजी से पकड़ती है।

हॉन्गकॉन्ग में 17 साल की सबसे बड़ी आग: हान्गकान्ग में नंबर-5 अलार्म वाली आग इससे पहले 2008 में कॉर्नवाल कोर्ट में लगी थी। मोंग कोक के इस कराओके बार और नाइट क्लब में लगी भीषण आग में चार लोगों की मौत हुई थी, जिनमें दो फायरफाइटर भी शामिल थे। इस घटना में 55 लोग घायल हो गए थे।

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