इंदौर में नगर निगम के टैक्स विवाद के बीच शनिवार को मशहूर सिंगर और रैपर यो यो हनी सिंह का कॉन्सर्ट आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में हनी सिंह ने करीब डेढ़ घंटे तक अपने 10 लोकप्रिय गाने प्रस्तुत किए। जल्दी शो खत्म होने पर दर्शक नाराज हुए, वहीं निगम ने कहा कि इसमें हमारी कोई भूमिका नहीं है। इस इवेंट को लेकर पुलिस और प्रशासन से अनुमति पहले ही ली गई थी। हालांकि, नगर निगम ने यो यो हनी सिंह के ‘मिलियनेयर इंडिया टूर’ कॉन्सर्ट के आयोजकों को मनोरंजन कर जमा करने का नोटिस जारी किया था। इस पर महापौर पुष्य मित्र भार्गव ने प्रशासन और पुलिस को पत्र लिखकर निर्देश दिए थे कि मनोरंजन टैक्स जमा होने के बाद ही अनुमति दी जाए।
नगर निगम ने आयोजकों से 50 लाख रुपए के टैक्स की मांग की थी। शनिवार दोपहर नगर निगम ने जीएसटी पोर्टल के माध्यम से जानकारी दी कि इस कार्यक्रम के लिए 3 करोड़ 28 लाख रुपए से अधिक के टिकट बेचे गए हैं। इस राशि का 10 प्रतिशत मनोरंजन कर और आमोद कर के रूप में पहले ही जमा करना जरूरी बताया गया था। महापौर पुष्य मित्र भार्गव ने कहा कि आयोजकों की नीयत में खोट है। उन्होंने आयोजकों से पोस्ट डेटेड चेक देने का आग्रह किया था, लेकिन आयोजकों ने इसे यह कहते हुए मना कर दिया कि वे चेक लेकर यात्रा नहीं करते।
हनी सिंह का कार्यक्रम डेढ़ घंटे में समाप्त होने पर नगर निगम की डिप्टी कमिश्नर लता अग्रवाल ने स्पष्ट किया कि शो खत्म करने में नगर निगम की कोई भूमिका नहीं थी। उन्होंने बताया कि टैक्स जमा न होने के कारण शो को बंद किया गया, ऐसा कहना गलत है। इस इवेंट के लिए 7 लाख 85 हजार रुपए का टैक्स पहले ही जमा किया गया था, लेकिन 50 लाख रुपए की टैक्स मांग अभी भी बाकी है। नगर निगम की टीम शनिवार को भी कार्यक्रम स्थल पर गई थी, लेकिन टैक्स का भुगतान नहीं किया गया।
कार्यक्रम आयोजकों ने ही इसे समाप्त करने का निर्णय लिया। इससे पहले गुरुवार को 7 लाख 85 हजार रुपए का टैक्स जमा किया था, जिसे नगर निगम ने अपर्याप्त बताया। नगर निगम के राजस्व अपर आयुक्त ने आयोजकों को पत्र लिखकर 50 लाख रुपए का टैक्स चुकाने के निर्देश दिए हैं। गौरतलब है कि यह पहला मौका नहीं है जब इंदौर में ऐसे आयोजन पर टैक्स को लेकर विवाद हुआ हो। इससे पहले दिलजीत दोसांझ के कार्यक्रम और 2018 में आईपीएल के दौरान भी इसी प्रकार का टैक्स विवाद सामने आया था।