हरियाणा के गुरुग्राम जिले के कांकरोला गांव स्थित आंबेडकर कॉलोनी में कुछ उपद्रवियों ने संविधान निर्माता बी.आर.आंबेडकर की प्रतिमा को कथित तौर पर क्षतिग्रस्त कर दिया, जिसके बाद गांव में तनाव फैल गया. पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी दी. ग्रामीणों द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के बाद पुलिस ने खेड़की दौला थाने में भारतीय न्याय संहिता और अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की है.
शिकायत के अनुसार, गुरुग्राम नगर निगम (एमसीजी) के एक कर्मचारी ने शुक्रवार रात को क्षतिग्रस्त प्रतिमा देखी थी. इसके बाद उसने ग्रामीणों को इसकी सूचना दी. ग्रामीणों ने शनिवार को एक पंचायत बुलाई और पुलिस को सूचित किया. खेड़की दौला पुलिस थाने के प्रभारी सत्येंद्र सिंह ने कहा, “हम इस घटना में शामिल लोगों की पहचान करने और उनका पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं. आरोपियों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा.”
स्थानीय भीम सेना नेता सतपाल तंवर ने कहा कि अगर आरोपियों को दो दिन में गिरफ्तार नहीं किया गया तो वह प्रदर्शन करेंगे. इसके साथ हीभीम सेना प्रमुख ने प्रशासन के सामने नई मूर्ति स्थापित करने समेत कुछ मांगें भी रखीं. इनमें उस स्थान पर धातु से निर्मित बाबा साहब अंबेडकर की प्रतिमा स्थापित की जाए. अपराधियों को दो दिन के भीतर गिरफ्तार करके जेल भेजा जाए.
इसके अलावा अंबेडकर पार्क का नवनिर्माण करके सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं. प्रतिमा के चारों तरफ लोहे, स्टील का सुरक्षा घेरा बनाया जाए. इस दौरान भीम सेना ने ग्रामीणों से दो मार्च को होने वाले निगम चुनाव के बहिष्कार का भी ऐलान करवा दिया. तंवर का कहना है कि यदि मांगों पर ध्यान नहीं दिया गया तो वे दलित समाज से पूरे गुरुग्राम में निगम के चुनाव का बहिष्कार करने का ऐलान करेंगे.