उत्तर प्रदेश- कौशांबी जिले से सनसनीखेज खबर सामने आई है। चायल के काजू गांव में सोमवार की रात घर में घुसकर गड़ासा और कुल्हाड़ी से मां-बेटे की हत्या कर दी गई। वारदात की वजह प्रेम प्रसंग बताई जा रही है। मामले तीन लोगों पर हत्या का मुकदमा दर्ज हुआ है। एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। घटना स्थल का निरीक्षण करने आईजी प्रेम गौतम भी पहुंचे। थानाध्यक्ष समेत तीन पुलिसकर्मी निलंबित किए गए हैं।
काजू निवासी संगम लाल दिवाकर मुंबई में टैक्सी ड्राइवर हैं। बड़ा बेटा सरबजीत उर्फ कल्लू भी पिता के साथ रहकर फर्नीचर का काम करता था। माह भर पहले वह घर आया था।
पुलिस सूत्रों मुताबिक, रविवार शाम गांव के ही संतोष सरोज के घर में कोई नहीं था तो संगम लाल का छोटा बेटा आशीष उर्फ सत्यजीत उसकी बेटी से मिलने गया था। कुछ देर बाद संतोष की पत्नी शांति को आता देख वह भाग निकला। उसकी चप्पल वहीं छूट गई। दूसरे दिन सुबह आशीष अपने बड़े भाई सरबजीत के साथ चप्पल लेने संतोष के घर पहुंचा। शांति ने चप्पल देने से इनकार करते हुए उलाहना दिया। इसे लेकर दोनों पक्ष में मारपीट भी हुई। शांति ने मामले की शिकायत पुलिस से की, लेकिन कोई कार्रवाई न होने पर शांति और उसके दोनों बेटे गुस्से में थे। रात करीब नौ बजे बड़ा बेटा शनि कुल्हाड़ी लेकर संगम लाल के घर पहुंचा और दरवाजा पीटने लगा। पीछे से शांति और उसका छोटा बेटा भी गड़ासा लेकर पहुंच गए।
सरबजीत ने जैसे ही दरवाजा खोला। तीनों ने उस पर हमला बोल दिया। बचाने पहुंची सरबजीत की मां संगीता पर भी प्रहार किए। ग्रामीणों को ललकारता देख हमवलावर भाग निकले। खून से लथपथ मां-बेटे को ग्रामीण मेडिकल कॉलेज ले गए, जहां डाक्टरों ने सरबजीत को मृत घोषित कर दिया। दो घंटे बाद संगीता ने भी दम तोड़ दिया। आईजी समेत सीओ चायल सत्येंद्र तिवारी कई थानों की फोर्स के साथ गांव पहुंचे। फॉरेसिंक टीम ने घटनास्थल का निरीक्षण किया। मृतक के भाई सत्यजीत की तहरीर पर पुलिस ने शांति देवी, श्रवण व शनि के खिलाफ केस दर्ज किया। आरोपी श्रवण कुमार को पुलिस ने रात को ही गांव के बाहर से गिरफ्तार कर लिया। मां व बेटे के हत्या के मामले में थानाध्यक्ष जगदीश कुमार व हल्का उपनिरीक्षक विजय पाल और बीट आरक्षी राजकुमार को निलंबित किया गया है। घटना की जांच सीओ चायल सत्येंद्र तिवारी को दी गई है। एक हत्यारोपी पकड़ा गया है। शेष दो की तलाश की जा रही है।