– पाकिस्तान व आतंकवाद मुर्दाबाद के नारों से गूंजा क्षेत्र
फतेहपुर। पहलगाम में हुए नृशंस आतंकी हमले में शहीद हुए निर्दाेष भारतीयों की याद में अल्पसंख्यक समाज के युवाओं ने एक मार्मिक कैंडल मार्च निकाला। यह जुलूस सदर अस्पताल से शुरू होकर बाकरगंज होते हुए चौक लाला बाजार तक पहुंचा। जहां लोगों ने पाकिस्तान मुर्दाबाद और आतंकवाद मुर्दाबाद के नारे लगाए। शहीदों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थनाएं की और सरकार से आतंकियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। कैंडल मार्च में शामिल युवाओं ने हाथों में मोमबत्तियां थामीं और शहीदों को श्रद्धांजलि दी। कुछ प्रदर्शनकारियों ने आतंकवाद मुर्दाबाद, पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे के साथ पाकिस्तान के झंडे को आग के हवाले किया। शाद फतेहपुरी ने कहा कि यह हमला न सिर्फ़ भारत, बल्कि पूरी मानवता पर हमला है। हम अपने सैनिकों के साथ खड़े हैं और चाहते हैं कि सरकार पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब दे। मार्च के दौरान स्थानीय हफिज़ सूफ़ियान ने कहा कि जब इस्लाम में वजू के पानी को ज्यादा बहाने को मना किया है तो इस्लाम किसी निर्दाेष की हत्या की इजाजत नहीं देता। यह आतंकवादियों का कृत्य है, जिसका किसी धर्म से कोई लेना-देना नहीं। कहा कि हमारे बच्चों का भविष्य सुरक्षित हो, इसके लिए आतंकवाद का सफाया ज़रूरी है। शहीदों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए प्रदर्शनकारियों ने दो मिनट का मौन रखा और राष्ट्रीय एकता का संदेश दिया। प्रदर्शनकारियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आग्रह किया कि इस हमले के दोषियों को सख्त सजा दी जाए और पाकिस्तान को उसकी करतूतों का जवाब दिया जाए। यह कैंडल मार्च न सिर्फ़ शहीदों को श्रद्धांजलि थी, बल्कि आतंकवाद के खिलाफ जनआक्रोश और राष्ट्रीय एकता का प्रतीक भी बन गया। जिस तरह अल्पसंख्यक समुदाय के युवाओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया, वह देश की साझी मानवीय विरासत को रेखांकित करता है।