कर्नाटक के चित्रदुर्ग से हैरान करने वाला मामला सामने आया है. घटना चित्रदुर्ग के होलालकेरे में घटी. मृतक का नाम सुरेश था और वह नेहरू नगर का निवासी था. उनके पिता सरकारी नौकरी में थे. अपने पिता की मृत्यु के बाद, सुरेश को अनुकंपा के आधार पर नौकरी दे दी गई थी. सुरेश की मां ने अपने पति की नौकरी उसे दे दी थी, इस उम्मीद में कि उनका बेटा उनकी अच्छी देखभाल करेगा.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, सुरेश मोलकालमुरु तालुका के तहसीलदार कार्यालय में एसडीए था. आरोप है कि उसका पत्नी से विवाद होता था, जिस कारण वह अपनी मां सरोजम्मा और भाइयों से अलग हो गया. 8 अक्टूबर 2024 को सुरेश की मौत हो गई. बिना कोई सूचना दिए उसकी पत्नी नागरत्ना ने उसका अंतिम संस्कार कर दिया. जब उसकी मां को जानकारी हुई तो उन्हें बताया गया कि सुरेश को कथित तौर पर पीलिया था, जिसकी वजह से उसकी मौत हो गई.
मृतक की मां को बहू नागरत्ना पर शक हुआ और उसपर हत्या का आरोप लगाया. सरजम्मो का आरोप है कि नागरत्ना ने उसके बेटे का दम घोंट दिया. वह पीलिया से मरने का नाटक कर रही है. पीड़ित मां ने पुलिस और लोकायुक्त से शिकायत की है कि उसने यह कृत्य इसलिए किया क्योंकि उसे लगा कि उसका पति उसकी नौकरी लगवा देगा. अंतिम संस्कार के चार महीने बाद, पुलिस ने अब होलकेरे रोड कब्रिस्तान से सुरेश की कब्र खोदकर उसके शव को बाहर निकाला है. पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया है. पोस्टमार्टम के बाद मौत का कारण सामने आएगा.