अमेरिका के ब्रूकलिन में अदालत के सामने एक अजीब मामला सामने आ गया है। एक 95 साल की दादी ने अस्पताल में भर्ती दूसरी बुजुर्ग महिला की बेरहमी से हत्या कर डाली। 95 साल की उम्र तो एक बड़ी दिक्कत है ही, लेकिन एक और समस्या है। जिस महिला पर हत्या के आरोप हैं, उसे डिमेंशिया यानी भूलने की बीमारी है। अदालत में उसे पेश तो किया गया, लेकिन उसे कुछ याद ही नहीं है। पिछले हफ्ते पुलिस को एक सूचना मिली कि ब्रूकलिन नर्सिंग होम में एक हादसा हो गया है। पुलिस पहुंची तो पाया कि करीब 89 साल की एक महिला खून से लथपथ जमीन पर पड़ी है। पास में ही व्हीलचेयर का पैडल पड़ा हुआ था, जो खून से सना हुआ था। जांच में जो खुलासा हुआ, उसे जानकर पुलिस के भी पसीने छूट गए। पता चला कि नर्सिंग होम में उसी महिला की साथी, जिसकी उम्र 95 साल है, उसने इस वारदात को अंजाम दिया है।
पुलिस के मुताबिक 95 साल की गैलिना स्मिरनोवा ने बेरहमी से व्हीलचेयर के पैडल से पीट-पीटकर 89 साल की नीना क्रावत्सोव को मार डाला। अस्पताल के स्टाफ ने पाया कि महिला बिस्तर पर खून से सनी पड़ी मिली। इससे पहले कि कोई कुछ समझ पाता, महिला के रूम के वॉशरूम से आवाज आई। देखा तो गैलिना वॉशरूम में मौजूद थी। गैलिना के कपड़ों और पैरों पर भी खून लगा हुआ था। 95 की उम्र में पहुंच चुकी गैलिना बहुत सी बीमारियों से जूझ रही है। उनमें से एक है डिमेंशिया, मतलब उसे भूलने की बीमारी है। उस समय कमरे में क्या हुआ, कैसे नीना की जान गई, वो उस समय वहां क्या कर रही थी, उसे कुछ भी याद नहीं है। उसे व्हीलचेयर पर बैठाकर जब कोर्ट में पेश किया गया तो उसे समझ ही नहीं आ रहा था कि क्या हो रहा है। सरकारी वकील और नीना के परिवार की ओर से केस लड़ रहे वकील चाहते हैं कि बुजुर्ग गैलिना को जमानत नहीं मिलनी चाहिए और उसे सलाखों के पीछे ही रखना चाहिए। यहां तक कि उन्होंने मानसिक स्थिति की जांच की मांग तक कर डाली है। हालांकि जज ने इसे खारिज कर दिया है। बचाव पक्ष गैलिना को बेकसूर ठहराने की पूरी कोशिश कर रहा है। बचाव पक्ष का कहना है कि वो और मृतक महिला एक ही कमरे में रह रही थीं और हत्या से उसका कोई लेना देना नहीं है।