महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव की वोटिंग से 1 दिन पहले भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े पर वोटर्स को पैसे बांटने का आरोप लगा है। चुनाव आयोग ने तावड़े के पास से 9 लाख रुपए और कागजात बरामद किए हैं। आयोग के अफसरों ने विनोद तावड़े और भाजपा कैंडिडेट राजन नाइक के खिलाफ लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम के तहत FIR दर्ज कराई है। हितेंद्र ठाकुर की बहुजन विकास अघाड़ी (BVA) के विधायकों ने आरोप लगाया कि तावड़े मंगलवार को 5 करोड़ रुपए लेकर विरार इलाके की एक होटल पहुंचे। उनके साथ नालासोपारा सीट से भाजपा प्रत्याशी राजन नाइक और दूसरे कार्यकर्ता भी थे। यहां उनकी मीटिंग चल रही थी।
BVA के मुताबिक होटल में वोटर्स को पैसे बांटे जा रहे थे। जानकारी मिलने पर हितेंद्र ठाकुर और उनके बेटे क्षितिज ठाकुर भी होटल पहुंचे। BVA और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच जमकर विवाद हुआ। क्षितिज ठाकुर नालासोपारा सीट से BVA उम्मीदवार भी हैं। होटल के जो वीडियो सामने आए हैं, उसमें BVA कार्यकर्ता नोट लिए दिखाई दे रहे हैं। एक युवक के हाथ में एक डायरी है। आरोप है कि इसी डायरी में पैसों का लेखा-जोखा है। विनोद तावडे ने कहा- नालासोपारा विधानसभा क्षेत्र में कार्यकर्ताओं की बैठक चल रही थी। चुनाव के दिन की आचार संहिता की 12 बातें बताने के लिए मैं वहां पहुंचा था। हमारी सामने वाली पार्टियों को लगा कि मैं वहां पैसे बांटने पहुंचा हूं। इन आरोप की चुनाव आयोग और पुलिस जांच करें। मैं 40 साल से पार्टी में हूं। सभी मुझे जानते हैं। मैं भी चाहता हूं कि चुनाव आयोग को निष्पक्ष जांच करनी चाहिए।
महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा- विरार के एक होटल में पैसे बांटते रंगे हाथ पकड़े गए बीजेपी के केंद्रीय महासचिव विनोद तावड़े का वीडियो वायरल हो रहा है। चुनाव आयोग को आचार संहिता के उल्लंघन के लिए विनोद तावड़े के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। हम मांग करते हैं कि लोकतंत्र में लोगों का विश्वास बनाए रखने और पारदर्शी तरीके से चुनाव कराने के लिए विनोद तावड़े को गिरफ्तार किया जाना चाहिए।
शिवसेना उद्धव गुट के सांसद संजय राउत ने कहा- विनोद तावड़े पर गृह विभाग ने नजर रखी थी। भाजपा के कुछ लोग आज खुश होंगे। ये साजिश तो नहीं है। भविष्य में तावड़े बड़े ना हों, इसलिए यह किया गया। मेरे पास 18 लोगों के नाम हैं जो पैसा बांट रहे हैं। लेकिन विनोद तावड़े खुद पैसा बांट रहे हैं, यह आश्चर्य की बात है।
भाजपा IT सेल के हेड अमित मालवीय ने कहा- अगर विपक्ष के पास ऐसे कोई सबूत हैं तो उन्हें चुनाव आयोग के पास जाना चाहिए। यह साजिश है। चुनाव से 24 घंटे पहले नेता अपने बूथ का मैनेजमेंट देखते हैं। ऐसा ड्रामा हारने वाले नेता करते हैं, जो इस समय नालासोपारा में हो रहा है। उस होटल में हमारे संगठन की बैठक चल रही थी।