विजयीपुर, फतेहपुर। विजयीपुर क्षेत्र के भखरना गांव में मंगलवार को भागवत कथा के पहले दिन में आचार्य विद्या सागर शुक्ला ने भागवत कथा के महात्म्य का विशद विवेचन करते हुए बतायें कि भागवत और भगवान में कोई अन्तर नहीं है जो भागवत है वही भगवान है भागवत भगवान श्रीकृष्णा का शब्दमयी विग्रह है भागवत कथा हमारे जीवन शैली बताती है भागवत का प्रारम्भ भगवान की बन्दना से हुआ है संसार का चिन्तन बन्दन का कारण है तथा भगवान का चिन्तन मोक्ष कारक है। भागवत सभी बाधाओं से मुक्ति एक संसाधन है । जिसमें गोकर्ण जैसा पुत्र अपने माता पिता को आवागमन से मुक्ति दिला देते है । भागवता आचार्य विधा सागर ने प्रथम दिवस कि कथा में भागवत कथा का महत्व बताये। जिसमें यजमान कमलाकान्त त्रिपाठी विमला त्रिपाठी,रमाकान्त त्रिपाठी, शिवकांति त्रिपाठी रमेश चन्द्र त्रिपाठी, सुशील त्रिपाठी, राजेन्द्र त्रिपाठी, दुर्गेश त्रिपाठी, योगेश त्रिपाठी, सतेन्द्र त्रिपाठी पवन द्विवेदी शीनू, अतुल त्रिवेदी, सनद श्रीवास्तव, मनोज त्रिवेदी सहित सैकडो श्रद्धालु पंडाल में मौजूद रहे ।