– मतदाताओं ने साध रखी चुप्पी, जातीय समीकरण में उलझा चुनाव
– चुनाव हुआ महंगा, चल रहा खाना पीना और पैसा
बिंदकी, फतेहपुर। आदर्श अधिवक्ता संघ बिंदकी का वार्षिक चुनाव दिनों दिन परवान चढ़ता जा रहा है। मतदान के मात्र दो दिन शेष हैं ऐसे में प्रत्याशियों का सघन जनसंपर्क और मतदाताओं को मनाने रिझाने का प्रयास जहां चरम पर है वही मतदाताओं की खामोशी प्रत्याशियों के माथे पर चिंता की लकीरे खींच रही है। हालात ऐसे हैं की हर प्रत्याशी चुनाव को कांटे का संघर्ष वाला चुनाव बता रहा है। मालूम हो की अध्यक्ष पद पर चतुष्कोणीय और सचिव पद पर त्रिकोणीय संघर्ष है। यदि मतदाता सूची को देखें तो 236 मतदाता अभी तक पंजीकृत हैं तीन अन्य अधिवक्ताओं ने मतदाता शुल्क कटवाकर रसीद तो प्राप्त कर ली थी लेकिन सी ओ पी कार्ड न आने की वजह से उनका नाम मतदाता सूची में सम्मिलित नहीं हो सका था। चुनाव समिति के सदस्य श्री राम सोनकर ने बताया कि यदि राशिद कर चुकी हैं और कॉप कड़ा जाता है तो उन्हें मतदाता सूची में शामिल किए जाने पर चुनाव समिति निर्णय लेगी। अब जातीय समीकरणों की बात करें तो ब्राह्मण 72, क्षत्रिय 38, कुर्मी 34, अनुसूचित जाति 32, यादव 27, मुस्लिम 9, गुप्ता 7, पाल 6, निषाद 4 , स्वर्णकार 2, कुशवाहा 2, सविता 2, विश्वकर्मा 1, प्रजापति 1 और सैनी समाज का 1 अधिवक्ता तहसील बिंदकी में कार्यरत है। अध्यक्ष पद के चार प्रत्याशियों में से तीन प्रत्याशियों के ब्राह्मण होने की वजह से ब्राह्मण मतों में खींचतान तो है ही अन्य समाज के मतदाताओं के बीच भी सेंध मारी के प्रयास निरंतर प्रत्याशियों की ओर से जारी है वहीं सचिव पद में तीन प्रत्याशी मैदान में है जिनके बीच कांटे का संघर्ष बताया जा रहा है। आलम यह है कि पहली बार ऐसा हुआ है कि सर्वाधिक पोस्टर बैनर होल्डिंग्स प्रत्याशियों को लगाने पड़े हैं और रोजाना प्रत्याशियों की ओर से मतदाताओं को खाने-पीने की व्यवस्थाएं भी मुहैया कराई जा रही हैं। दूसरी ओर कटी पर ऐसे तत्व भी सक्रिय हैं जो अपने साथ कई मतदाताओं के के होने का दावा करते हैं और वह प्रत्याशियों के बीच लाभ प्राप्त करने के लिए सक्रिय देखे जाते हैं। देखना यह कि अगले दो दिनों में चुनावी माहौल किस करवट बैठता है।