औंग, फतेहपुर। औग कस्बे में नेशनल हाईवे तथा राजस्व लेखपाल की मानें तो इस कस्बे का विख्यात प्राचीन पक्का कुआं अब अभिलेखों में नहीं बचा है । बताते चले कि फोर लेन और सिक्स लेन निर्माण के लिए भारत सरकार ने दोनों तरफ 25-25 मीटर जमीन का अधिग्रहण किया और उपरोक्त कुआं का 75 प्रतिशत हिस्सा अधिग्रहण की चपेट में आ गया इसलिए कुआं पूर्ण रूप से समाप्त मान लिया गया है। क्षेत्र में तैनात रहे लेखपाल अभिषेक शिवहरे के मुताबिक उक्त कुआं नेशनल हाईवे की अधिगृहीत भूमि 25 मीटर के अन्तर्गत है जिसे शीघ्र ही हटाया जाएगा इसके अतिरिक्त आसपास की जमीन पर हुए अवैध निर्माण को गिराकर हाईवे तथा चकमार्ग की जमीन को अतिक्रमण मुक्त कराने की आवश्यकता है तभी इस कस्बे के विवाद कुछ हद तक खत्म हो सकते हैं। आसपास के लोगों के अवैध कब्जे को बचाने के लिए कुएं को हाईवे ने हाथ नहीं लगाया है क्योंकि यदि कुआं हटाया जायेगा तो सरकारी जमीन की गाटा संख्या 782 में अवैध रूप से बनी 15 दुकानें तथा छः मकानों को भी ध्वस्त करना पड़ेगा इन्हीं को बचाने के लिए कुएं के ढांचे को किसी भी अधिकारी ने उसकी ओर देखा तक नहीं है । ग्रामीणों का कहना है कि उपरोक्त अवैध कब्जों पर अधिकारियों की ममता इतनी अधिक है जैसे नवजात शिशुओं के प्रति मां की होती है।
Check Also
फांसी के फंदे से लटकता मिला युवती का शव
फतेहपुर। खागा कोतवाली अंतर्गत बुदवन गाँव के जंगल में महन्ना ऊसर के मशरूम प्लांट में …