फतेहपुर। जिले में एक देश एक चुनाव के निमित्त प्रबुद्ध समागम आयोजित किया गया, जिसमें मुख्य वक्ता के तौर पर प्रभारी मंत्री अजीत पाल उपस्थित रहे। उन्होंने कहा कि देश में बार-बार चुनाव होने से समय, धन और संसाधनों का अपव्यय होता है। अजीत पाल ने कहा कि 1952 से 1967 तक लगातार चार बार लोकसभा और विधानसभा के चुनाव साथ-साथ हुए, लेकिन 1970 में कांग्रेस सरकार ने तानाशाही दिखाते हुए चुनाव को आगे बढ़ा दिया, जिससे एक साथ चुनाव होने की प्रक्रिया में व्यवधान उत्पन्न हो गया। उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद कमेटी की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि एक देश एक चुनाव के लिए सुझाव दिए गए हैं कि भंग होने की स्थिति में सिर्फ शेष कार्यकाल के लिए चुनाव कराया जाएगा, जिससे एक देश एक चुनाव की प्रक्रिया बाधित नहीं होगी। कार्यक्रम में विधायक कृष्णा पासवान, विकास गुप्ता, राजेंद्र पटेल, जिलापंचायत अध्यक्ष अभय प्रताप सिंह, भाजपा जिलाध्यक्ष मुखलाल पाल, जिला संयोजक प्रमोद द्विवेदी, सह संयोजक मनोज मिश्र, समागम/संगोष्ठी संयोजक देवाशीष पटेल, समागम संगोष्ठी संयोजक धनंजय द्विवेदी, प्रदीप गर्ग, मधुसूदन दीक्षित, गयाप्रसाद दुबे, अशोक तपस्वी, अनुराग मिश्रा, जिला मीडिया प्रभारी प्रवीण कुमार सिंह, पवन मिश्रा, अतुल त्रिवेदी, उदय लोधी, पुष्पराज पटेल, अपर्णा सिंह गौतम, अर्चना त्रिपाठी, विक्रम सिंह चन्देल, स्वरूप राज सिंह जूली, पवन साहू, राजूपाल बिलंदा और अवनीश मौर्य सहित सम्मानित चिकित्सक बंधु, अधिवक्ता गण, इंजीनियर्स, अध्यापक बंधु, समाजसेवी जन, व्यापारी बंधु, साहित्यकार, कवि और पत्रकार बंधु उपस्थित रहे।
