बांदा। एक अविस्मरणीय सालगिरह फलित ज्योतिषाचार्य, ऑक्सीजन बाबा, पर्यावरण संत रामकृष्ण अवस्थी.एवं उनकी धर्मपत्नी राजकुमारी के सम्मान में, आपने बताया कि जीवन की राह में हम दोनों ने साथ चलते-चलते साठ वर्ष पूरे कर लिए। संघर्ष, प्रेम, समझदारी और समर्पण से भरी यह यात्रा कभी किसी औपचारिकता की मोहताज नहीं रही। — शायद इसीलिए हमने कभी अपनी शादी की सालगिरह नहीं मनाई। लेकिन इस वर्ष कुछ विशेष घटा, जो हमारे जीवन का एक अविस्मरणीय अध्याय बन गया। क्योंकि इनकी नववधू प्रीती द्विवेदी अवस्थी—जो एक संस्कारी, समझदार और भावनाओं को समझने वाली बहू—ने अपने पति (आक्सीजन बाबा के पुत्र प्रदीप कुमार ) के साथ मिलकर इन्हें ऐसा सरप्राइज़ दिया, जिसकी सास श्वसुर ने कभी कल्पना भी नहीं की थी। नववधू के प्रयास से विशेष आयोजन किया गया, जिसमें बहू ने माता पिता स्वरूप सास .श्वसुर को. अंगवस्त्र, सोने की अंगूठी और बिछिया आदि भेंटकर ससम्मान सम्मानित किया। सास श्वसुर ने भावुक होकर कहा कि. यह केवल एक उपहार नहीं हैं. यह हम दोनों के जीवनभर के रिश्ते की मान्यता है। इस क्षण ने हमें यह एहसास दिलाया कि हमारे जीवन के अनुभव, हमारे संस्कार, और हमारे रिश्ते आज भी आने वाली पीढ़ी के लिए प्रेरणा हैं। पूरे परिवार ने हर्षोल्लास से यह सालगिरह मनाई — फूलों, दीपों, मिठाइयों और ढेरों आशीर्वादों के बीच।
आज जब यह बात सोशल मीडिया और प्रिंट मीडिया के माध्यम से साझा करने की बात हुई. तो बस एक ही भाव है — कृतज्ञता। कृतज्ञता उस पीढ़ी के लिए, जो अब रिश्तों की गरिमा को पुनः जीवित कर रही है। कृतज्ञता उस बहू के लिए, जो अब बेटी से भी बढ़कर बन गई है। हमारी यह मिशाल उन सभी दंपत्तियों और परिवारों के लिए एक संदेश है — प्यार और सम्मान कभी पुराने नहीं होते। उन्हें मनाने और निभाने की कोई उम्र नहीं होती।
सभी के बधाई संदेशों ने हौसला बढ़ाया. आक्सीजन बाबा. स्वतः वृक्षारोपण अभियान के वृक्ष योद्धा डा.इन्द्र वीर सिंह जादौन सुप्रसिद्ध मंचनायक ने भी वीडियो के माध्यम से भेजा अपना बधाई संदेश।।