बांदा के शहरी इलाके में भारी जल संकट

-जल शक्ति राज्यमंत्री के गृह जनपद में बूंद-बूंद पानी को तरस रहे लोग

ब्यूरो मुन्ना बक्श न्यूज़ वाणी बांदा। उत्तर प्रदेश: जल शक्ति राज्यमंत्री के गृह जनपद बांदा में जल संकट दिनोंदिन बढ़ता जा रहा है। हरदौली घाट क्षेत्र की काशीराम कॉलोनी में पानी की समस्या पिछले 13 वर्षों से जस की तस बनी हुई है। यहां के निवासी पानी की बूंद-बूंद के लिए तरस रहे हैं। इलाके में एक पानी की टंकी तो बनाई गई, लेकिन वह 13 साल से केवल शोपीस बनी हुई है। टंकी से पानी की सप्लाई आज तक शुरू नहीं हो सकी। 13 साल से सूखी पड़ी टंकी काशीराम कॉलोनी के निवासियों ने बताया कि पानी की टंकी केवल दिखावे के लिए खड़ी है। हजारों लोगों को पीने के पानी के लिए दूर-दराज के इलाकों में जाना पड़ता है। कॉलोनी निवासी अनीता ने कहा, “हमने कई बार अधिकारियों और नेताओं से गुहार लगाई, लेकिन हमारी समस्या का समाधान कभी नहीं हुआ। हर दिन पानी की किल्लत से परेशान होकर जीना मुश्किल हो गया है।” कॉलोनीवासियों का विरोध प्रदर्शन रविवार को कॉलोनी परिसर में निवासियों ने विरोध प्रदर्शन किया। गुस्साए लोगों ने “प्रधानमंत्री जी, मुख्यमंत्री जी, मंत्री जी, विधायक जी, पानी दो, हमारी आवाज सुनो” जैसे नारे लगाए। प्रदर्शन में बबलू, श्रीराम प्रजापति, कमलेश सेन, गुड़िया, और कमला गौरा समेत सैकड़ों लोग शामिल हुए। उन्होंने आरोप लगाया कि उनकी समस्या पर कोई जनप्रतिनिधि ध्यान नहीं देता। स्थानीय विधायक पर गंभीर आरोप निवासियों ने स्थानीय विधायक पर निशाना साधते हुए कहा कि वे केवल समारोहों में फीता काटने तक सीमित हैं। कॉलोनीवासियों का आरोप है कि विधायक और अन्य प्रतिनिधि केवल दिखावे के लिए आते हैं और पानी की समस्या पर ठोस कार्रवाई नहीं करते। जनता दल यूनाइटेड नेताओं ने सुनी पीड़ा काशीराम कॉलोनी में जल संकट को लेकर जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के प्रतिनिधि निवासियों का दर्द साझा करने पहुंचे। प्रदेश अध्यक्ष शालिनी सिंह पटेल, महिला प्रकोष्ठ की जिला अध्यक्ष निहारिका मंगल, दिव्यांग प्रकोष्ठ के अध्यक्ष श्रीराम प्रजापति और व्यवसायिक प्रकोष्ठ के अध्यक्ष प्रशांत मंगल ने कॉलोनीवासियों से मुलाकात की। उन्होंने समस्या को लेकर प्रशासन से जल्द समाधान की मांग करने का आश्वासन दिया। शालिनी सिंह पटेल ने कहा, “यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि राज्यमंत्री के गृह जनपद में ही लोग पानी जैसी बुनियादी सुविधा से वंचित हैं। हम इस मुद्दे को गंभीरता से उठाएंगे।” सरकार और प्रशासन पर सवाल कॉलोनीवासियों का कहना है कि जल शक्ति विभाग और प्रशासन उनकी समस्याओं को गंभीरता से नहीं ले रहे। यह स्थिति केंद्र की “हर घर जल” योजना और उत्तर प्रदेश सरकार की “जल मिशन” योजना की विफलता को उजागर करती है। जब जल शक्ति विभाग के राज्यमंत्री का अपना गृह जनपद पानी के लिए संघर्ष कर रहा है, तो अन्य क्षेत्रों की स्थिति का अंदाजा लगाना मुश्किल नहीं है। अधिकारियों का पक्ष जल विभाग के अधिकारियों ने कहा कि काशीराम कॉलोनी की समस्या पर जल्द ही ध्यान दिया जाएगा। हालांकि, कॉलोनीवासियों को इन आश्वासनों पर भरोसा नहीं है। उनका कहना है कि अब तक केवल वादे ही मिले हैं, कार्यवाही नहीं। कॉलोनीवासियों की अपील प्रदर्शन में शामिल निवासियों ने कहा कि यदि जल्द ही पानी की समस्या का समाधान नहीं हुआ, तो वे जिला मुख्यालय पर बड़ा आंदोलन करेंगे। बांदा का यह जल संकट सरकार और प्रशासन की लापरवाही को उजागर करता है। यह एक ऐसा मुद्दा है, जिसे तुरंत सुलझाने की जरूरत है। प्रशासन को जनता की शिकायतों पर ध्यान देकर, जल संकट के स्थायी समाधान के लिए ठोस कदम उठाना चाहिए।

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