– कथा के समापन पर हुआ विशाल भंडारा
– कथावाचक छबीलदास महाराज।
खागा, फतेहपुर। नगर के स्टेशन रोड स्थित गंगेश्वर महादेव आश्रम में झालरबाबा की गद्दी में चल रही सात दिवसीय रामकथा पूर्णाहुति के साथ सम्पन्न हुई। अंतिम दिन कथावाचन के लिए प्रयागराज से पधारे 108 छबीलदास महाराज ने भगवान श्रीराम एवं रावण युद्ध का अत्यंत मार्मिक वर्णन किया। कथा के दौरान भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी और पूरा परिसर जय श्रीराम के उद्घोष से गुंजायमान हो उठा। महाराज ने अपने प्रवचन में कहा कि रावण अत्यंत शक्तिशाली, विद्वान और शिवभक्त था, किंतु उसका अंत उसके घमंड के कारण हुआ। यदि वह अपने अहंकार में आकर माता सीता का हरण न करता, तो उसका विनाश नहीं होता। उन्होंने समझाया कि जीवन में चाहे व्यक्ति कितनी भी शक्ति, ज्ञान या सम्मान प्राप्त कर ले, परंतु यदि वह अहंकार से ग्रसित हो जाता है, तो उसका पतन निश्चित है। उन्होंने श्रीराम के आदर्शों को अपनाने का संदेश देते हुए कहा कि भगवान श्रीराम धर्म, सत्य और मर्यादा के प्रतीक हैं। समाज तभी प्रगति करेगा जब हर व्यक्ति अपने भीतर नम्रता, संयम और कर्तव्य पालन की भावना विकसित करेगा। कथा के अंत में सुंदर आरती और प्रसाद वितरण हुआ। श्रद्धालुओं ने भजन-कीर्तन में भाग लेकर आध्यात्मिक वातावरण का अनुभव किया। आयोजकों ने बताया कि आगे भी आश्रम में धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन होता रहेगा। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में भक्त, कालेश्वर मिश्रा, बबलू तिवारी समेत साधु-संत उपस्थित रहे। महराज अनुज पूरी ने बताया कि कथा के बाद विशाल भंडारे का आयोजन किया गया। जिसमें बड़ी संख्या में लोगों ने हिस्सा लिया। भंडारा देर शाम तक चला।

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