शहडोल के बुढ़ार थाना इलाके में अवैध कोयला खदान धंस गई। हादसा रविवार शाम करीब 7 बजे धनगवां गांव में हुआ। खनन माफिया ने इसे छिपाने का प्रयास किया। जब ग्रामीणों ने हंगामा किया, तब मामला सामने आया। जानकारी मिलते ही कलेक्टर डॉ. केदार सिंह और एसपी रामजी श्रीवास्तव मौके पर पहुंचे। देर रात जेसीबी की मदद से दोनों शवों को बाहर निकाला जा सका। पांच बेटियां हैं, बेटे की सर्पदंश से मौत हो गई थी दंपति धनगवां के अहिरान मोहल्ला के रहने वाले थे। उनकी पांच बेटियां- ममता यादव, रजनी यादव, शशि यादव, उर्मिला यादव और शिवानी यादव हैं। करीब 6 महीने पहले बेटे रवींद्र यादव की सात साल की उम्र में सांप के काटने से मौत हो गई थी।
बुढ़ार थाना प्रभारी संजय जायसवाल ने बताया- मामला धनगवां के चुनहा गढ़ई क्षेत्र में कोयले की अवैध खदान का है। हादसे के वक्त यहां पांच मजदूर काम कर रहे थे, इनमें से दंपती की मौत हो चुकी है। तीन अन्य मजदूर- बुदु मिश्रा, रीटू बैगा, कृष्णा यादव को पुलिस ने अभिरक्षा में लिया है। ग्रामीणों ने खदान में कई मजदूरों के दबे होने की आशंका जताई थी। इस पर अधिकारियों ने जेसीबी से खुदाई कराई। हालांकि, दंपती के अलावा कोई और शव नहीं मिला। ग्रामीणों ने कलेक्टर और एसपी को बताया कि गांव में पिछले कई महीनों से कोयले की अवैध खदानें चल रही हैं। हर दिन कई मजदूर सुरंग के अंदर घुसकर कोयला निकालने का काम करते हैं। इसकी शिकायत कई बार स्थानीय अधिकारियों को दी गई, लेकिन किसी ने कोई कार्रवाई नहीं की।
ग्रामीणों के अनुसार, जिस खदान में हादसा हुआ, वह सोन नदी से लगी है। यह एक किलोमीटर में फैली है। यहां हर दिन 70 से ज्यादा लोग कोयले का अवैध खनन करते हैं। फिर समूह बनाकर 3000 रुपए प्रति ट्रैक्टर-ट्रॉली के रेट से कोयला बेचते हैं। एक समूह 5 मजदूरों का होता है। कोयला बेचकर मिले पैसे आपस में बांट लेते हैं। कलेक्टर डॉ. केदार सिंह ने मामले को गंभीरता से लेते हुए इलाके में चल रहीं ऐसी सभी खदानों को बंद करने के निर्देश दिए। तुरंत एक्शन में आते हुए प्रशासनिक अमले ने जेसीबी की मदद से खदानों को बंद करने का काम शुरू कर दिया, जो रातभर चला। कलेक्टर डॉ. केदार सिंह ने कहा- धनगवां गांव में मिट्टी धंसने से दंपती की मौत हुई है। मौके पर अवैध रूप से कोयले की खुदाई की जा रही थी, जिसके कारण यह हादसा हुआ। अवैध खदानों को बंद करने और मामले की जांच के आदेश दिए हैं। वहीं पर बनी एक झोपड़ी में तीन पुलिसवाले ASI अमृत लाल परस्ते, कॉन्स्टेबल आकाश कुमार और गिरीश कुमार अवैध खनन करने वालों के साथ बैठे नजर आए।