मडराक थाना क्षेत्र के गांव मनोहरपुर निवासी जितेंद्र ने अपनी बेटी की शादी गांव मछरिया निवासी राहुल से तय की थी। 16 अप्रैल को बरात आनी थी। इससे पहले उनकी पत्नी सपना और होने वाले दामाद के बीच प्रेम संबंध बन गए। दोनों 6 अप्रैल को घर से निकल गए। परिवार वालों का आरोप था कि सपना घर से जेवरात और पैसा लेकर गई है। बेटी का कहना था कि उसके लिए मां मर चुकी है। हम कोई संबंध नहीं रखेंगे। बस हमारा पैसा वापस करा दिया जाए। अलीगढ़ में होने वाले दामाद राहुल संग गई महिला बुधवार को वापस तो आ गई, लेकिन वह राहुल के साथ रहने की जिद पर अड़ी है।
बृहस्पतिवार को मडराक थाने में उसके दो बेटों में छोटा सात वर्षीय बेटा मां से लिपटकर रोने लगा। फिर भी मां नहीं पिघली। वह अपनी जिद पर अडिग रही। घर वालों से भी कह दिया कि अब उन लोगों से उसका कोई नाता नहीं है। बृहस्पतिवार को पुलिस ने महिला व पति का आमना सामना कराया। इस बीच दोनों ने एक दूसरे पर आरोप मढ़े। मसला दंपती विवाद का उजागर हुआ। रिश्तेदार दिन भर समझाते रहे, लेकिन महिला अपनी जिद पर अड़ी रही।
बता दें कि दोनों यहां से भागकर कासगंज के रास्ते बिहार गए थे। बुधवार को दोनों वापस आए। इसके बाद से दोनों मडराक थाने में हैं। इधर, पति ने मीडिया को बयान दिया कि उसके दो छोटे बच्चे हैं, जिन्हें वह संभाल नहीं पा रहा। इसलिए अपनी पत्नी को एक बार माफ करके वापस रख सकता है। हालांकि, पति ने शर्त रखी है कि उसे वह जेवरात व नकदी वापस देने होंगे। उसके बाद ही वह उसे माफी देगा। यह नकदी व जेवरात उसने मेहनत कर बेटी की शादी के लिए जुटाए थे। युवक का परिवार पहले ही उसे बेदखल करने का फरमान सुना चुका है। इसलिए बृहस्पतिवार को युवक का परिवार थाने नहीं आया। युवक मडराक पुलिस की हिरासत में ही रहा।