फतेहपुर। जहानाबाद थाने के पोजेपुर कोडा के रहने वाले ओंकार नाथ पुत्र शिवमोहन लाल ने जिलाधिकारी के नाम दिए गए शिकायती पत्र में कहा कि वह तीन भाई है प्रार्थी सबसे बड़ा है। इसके बाद ओमप्रकाश तथा सबसे छोटे जयप्रकाश है। पीड़ित व्यक्ति ने आरोप लगाया कि उसके मझले भाई अत्यधिक शराब पीते हैं। जिसकी वजह से उनकी मानसिक स्थिति सही नहीं है और अर्धविक्षिप्त अवस्था में रहते हैं। प्रार्थी के पिता शिव मोहनलाल ने कस्बा कोड़ा जहानाबाद में गाटा संख्या 249 व 251 जिनका रकबा लगभग चार बीघा है सिद्दीक अहमद पुत्र इनायत अहमद से खरीदा था। उक्त भूखंड राजस्व अभिलेखों में ग्राम शाहजहांपुर खालसा अंदर क्षेत्र तहसील बिंदकी में स्थित है। इस दौरान दिए गए शिकायती पत्र में इन लोगों ने कहा कि प्रार्थी को व उसके भाइयों को 9 जुलाई 2023 व 5 जून 2024 को भारत सरकार गृह मंत्रालय से एक नोटिस प्राप्त हुई थी कि उक्त उल्लेखित भूखंड शत्रु संपत्ति है। उसके उपरांत पुनः एक नोटिस 13 जनवरी 2025 को गृह मंत्रालय से शत्रु संपत्ति के संबंध में प्राप्त हुई।इन लोगों ने बताया कि प्रार्थी के पिता की मृत्यु दिसंबर 2022 में हो जाने के कारण गृह मंत्रालय को समुचित जवाब नहीं दिया जा सका। इस वीच पिता की मृत्यु के बाद लगातार लेखपाल से प्रयास करता रहा कि उनके पिता की मृत्यु के पश्चात संबंधित भूखंड में वरासतन राजस्व अभिलेखों में प्रार्थी और उसके भाइयों का नाम अंकित कर दिया जाए किंतु संबंधित लेखपाल के द्वारा लगातार यही कहा गया कि शत्रु संपत्ति का मामला है आप लोगों का नाम वरासत के आधार पर अंकित नहीं कर सकता। इस दौरान इन लोगों ने आरोप लगाया कि 31 दिसंबर 2024 को वरासत के आधार पर सभी भाइयों का नाम राजस्व अवलेखों में अंकित कर दिया और 8 जनवरी को प्रार्थी के मझले भाई अचानक घर से गायब हो जाते हैं और 16 जनवरी को उक्त भूखंड की रजिस्ट्री का बैनामा कर दिया जाता है। जमीन की वर्तमान समय में कीमत लगभग 2 करोड रुपए है। अभी तक प्रार्थी के भाई का कोई सुराग नहीं लग पा रहा है। प्रार्थी द्वारा 7 फरवरी को थाना जहानाबाद में प्रार्थना पत्र दिया गया इसके बाद लगातार थाने के चक्कर लगाए जा रहे हैं लेकिन उनके भाई का कोई अता-पता नहीं चल रहा है। इन लोगों ने दिए गए शिकायती पत्र में कहा की कीमती जमीन को अपने नाम बैनामा कराकर उसके भाई की कहीं हत्या न कर दी गई हो इन लोगों ने जांच करवा कर दोषी लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग किया।
